श्रावस्ती में दोहरे हत्याकांड का खुलासा: वकील-समेत चार गिरफ्तार,
दुकान हड़पने की साजिश का आरोप
1 months ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में हुई दिल दहला देने वाली दोहरी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में एक वकील समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस का दावा है कि हत्याकांड का मकसद इकौना कस्बे में मृतक रोशन खां की दुकानों को जबरन हथियाना था। आरोप है कि वकील ने फर्जी बैनामा कराकर दुकानों पर अपनी दावा जमाया और बाद में जांच से बचने के लिए मृतक व उसकी पत्नी की हत्या करा दी। घटना 22-23 नवंबर 2025 की मध्यरात्रि की बताई जा रही है; आरोपियों ने बांस के डंडे से गला दबाकर हत्या की साज़िश कबूली है।
क्या है पूरा मामला पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में नसीब खां व हसीब खां उर्फ गुड्डू (जो मृतक की पहली पत्नी के पुत्र बताए जा रहे हैं), मुसीब खां (दूसरी पत्नी वसीला के पहले पति का बड़ा पुत्र) और वकील प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू त्रिपाठी शामिल हैं। जांच में पता चला कि रोशन खां ने 4 अगस्त 2025 को अपनी बेशकीमती दुकानें दूसरी पत्नी वसीला को रजिस्टर्ड दान कर दी थीं।
फर्जी बैनामा और विवाद वसीला के नाम दान होने के कुछ ही मिनटों बाद वकील रिंकू त्रिपाठी ने कथित रूप से 10 लाख रुपये की शर्त पर बैनामा कराकर दुकानों को अपने पक्ष में करा लिया। वसीला ने बताया कि वह वह चेक अपने खाते में नहीं ली और अपना खाता होल्ड करा लिया था, साथ ही उसने बैनामा रद्द कराने के लिए दीवानी न्यायालय में मुकदमा दायर कर दिया था। आरोप है कि रिंकू ने एक दुकान को बाद में 70-80 लाख रुपये में किसी अन्य को बैनामा भी करा दिया था।
हत्या की साज़िश और गिरफ्तारी पुलिस के अनुसार रिंकू त्रिपाठी ने खुद को केस में फंसने से बचाने के उद्देश्य से नसीब, हसीब और मुसीब को लालच देकर अपने साथ जोड़ा। आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने 22-23 नवंबर की मध्यरात्रि में अपने माता-पिता (रोशन व वसीला) को सोते हुए बांस के डण्डे से गला दबाकर हत्या कर दी। गिरफ्तार चारों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
आगे की कार्रवाई पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठे करना शुरू कर दिया है और बैनामा, रजिस्ट्रेशन व धन के लेन-देन की जांच कर रही है। एसपी राहुल भाटी ने कहा कि मामले की गहनता से तफ्तीश की जा रही है और जिन लोगों के नाम जांच में आएंगे, उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।