‘वाइट-कॉलर’ टेरर मॉड्यूल का बड़ा खुलासा,
श्रीनगर से गिरफ्तार हुआ तुफैल नियाज भट
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
जम्मू-कश्मीर की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने दिल्ली धमाकों के संदर्भ में सक्रिय माने जा रहे इंटरस्टेट “वाइट-कॉलर” टेरर मॉड्यूल की पहली गिरफ्तारी की पुष्टि की है। श्रीनगर के बटमालू इलाके का रहने वाला तुफैल नियाज भट, जो टेक्नीशियन के रूप में काम करता था, उसे SIA ने औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार तुफैल के संबंध दिल्ली ब्लास्ट के आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल शकील गनी, डॉ. अदील अहमद राथर, उमर नबी और शाहीन शाहिद से बताए जा रहे हैं।
अदालत और कस्टडी का रुख जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्राथमिक गिरफ्तारी के बाद तुफैल को SIA को सौंप दिया, जहाँ पर उसे औपचारिक बंदी बनाया गया। यह गिरफ्तारी दिल्ली धमाकों की जांच के सिलसिले में एक अहम मोड़ मानी जा रही है। स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि तुफैल के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं और अब एजेंसियाँ यह पता लगा रही हैं कि “वाइट-कॉलर” मॉड्यूल में उसकी भूमिका कितनी व्यापक थी।
पाकिस्तानी हैंडलर से AK राइफल मिली थी जांच में सामने आया है कि तुफैल ने एक पाकिस्तानी हैंडलर से AK-47 राइफल प्राप्त की और यह राइफल GMC अनंतनाग के एक डॉक्टर के लॉकर तक पहुंचाई गई। पुलिस के अनुसार यही राइफल बाद में मॉड्यूल से जुड़े अन्य लोगों के कब्जे में मिली। यह निशानी है कि हथियारों की सप्लाई अंतर्राष्ट्रीय कड़ियों से जुड़ी थी।
कैसे खुला मॉड्यूल — पोस्टर से लेकर अल-फलाह यूनिवर्सिटी तक इस “वाइट-कॉलर” मॉड्यूल का भंडाफोड़ अक्टूबर में श्रीनगर के नौगाम में दीवारों पर चस्पां पोस्टरों के मिलने के बाद शुरू हुआ था। पोस्टरों की वजह से तीन संदिग्ध पकड़े गए, उनसे पूछताछ के बाद मौलवी इरफ़ान अहमद को गिरफ्तार किया गया। जांच आगे बढ़ते हुए फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी तक पहुंची, जहां से डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया गया और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई।
बरामदगी, गिरफ्तारियां और आगे की कार्रवाई पूरे प्रकरण में अब तक चार मुख्य साजिशकर्ताओं समेत कुल छह लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मौके से लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जब्त की गई है। गिरफ्तारियों के बाद सभी आरोपियों को 10 दिन की NIA कस्टडी में भेज दिया गया है। संबंधित एजेंसियाँ अभी भी नेटवर्क की अंतर-राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय कड़ियों की गहन पड़ताल कर रही हैं और आवश्यक कानूनी कार्रवाई जारी है।