सीतापुर में रविवार को भी SIR की पूरी तैयारी,
BSA ने स्कूल खोलने और स्टाफ को बुलाने के आदेश दिए
3 days ago Written By: Aniket Prajapati
सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में मतदाता पुनर्निरीक्षण (SIR) को तेज़ी से पूरा करने के लिए रविवार को भी स्कूल खोले जा रहे हैं। जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर BSA अखिलेश प्रताप सिंह ने रविवार को सभी विद्यालयों के स्टाफ को उपस्थित रहने और घर-घर जाकर मतदाता पुनर्निरीक्षण 2025 का काम पूरा करने के लिए निर्देश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि बड़े राज्य में समय कम होने के कारण काम को शीघ्रता से पूरा करना आवश्यक है, इसलिए हर संभव संसाधन और कर्मी काम में लगाए जा रहे हैं।
SIR का लक्ष्य और सीतापुर में आदेश का कारण SIR यानी मतदाता सूची का पुनरीक्षण इस बार मृत, डुप्लिकेट और गलत नाम हटाने, जिनका पता बदला है उनका नाम सही स्थान पर ट्रांसफर करने, 18 साल के हुए नए मतदाताओं को जोड़ने और फिजिकल वेरिफिकेशन कराने का है। इसी उद्देश्य से BSA ने रविवार को स्कूल खोलने और BLO तथा अन्य कर्मियों को सक्रिय रहने का निर्देश जारी किया है। अधिकारियों का मानना है कि यदि समय रहते काम पूरा न हुआ तो पूरे राज्य की प्रक्रिया प्रभावित होगी, इसलिए सीतापुर में भी रविवार को काम करने का निर्णय लिया गया है।
देशभर की स्थिति और राजस्थान की उपलब्धि देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। खासकर राजस्थान में अब तक 100 फीसदी डिजिटाइजेशन और लगभग 97 प्रतिशत मतदाता मैपिंग का काम पूरा हो चुका है, जो एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। इस तरह की उपलब्धियाँ अन्य जिलों के लिए मार्गदर्शक साबित होंगी।
SIR से आम नागरिक और चुनाव प्रक्रिया को लाभ SIR पूरा होने से सामान्य नागरिकों को साफ-सुथरी मतदाता सूची का लाभ मिलेगा। लाखों-करोड़ों फर्जी और मृत मतदाताओं के नाम हटेंगे, जिससे वास्तविक वोटरों की संख्या स्पष्ट होगी। डुप्लिकेट नामों के हटने से एक ही व्यक्ति द्वारा कई जगह वोट देने की समस्या समाप्त होगी और बूथ पर नकली वोटिंग की घटनाएँ घटेंगी। कुल मिला कर चुनाव प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और भरोसेमंद बनेगी।