कफ सिरप तस्करी का किंगpin गिरफ्तार: परिवार के साथ थाइलैंड भागने की तैयारी में था भोला प्रसाद,
SIT ने कोलकाता से दबोचा
7 days ago Written By: Aniket Prajapati
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में पुलिस को प्रतिबंधित कफ सिरप तस्करी के सबसे बड़े नेटवर्क पर बड़ी सफलता मिली है। करोड़ों रुपये की अवैध तस्करी के मास्टरमाइंड भोला प्रसाद जायसवाल को कोलकाता से ट्रांजिट रिमांड पर गिरफ्तार कर सोनभद्र लाया गया। आरोपी अपने पूरे परिवार के साथ थाइलैंड भागने की तैयारी में था। एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देश पर चल रहे विशेष अभियान में SIT और SOG की संयुक्त टीम ने यह बड़ी कार्रवाई की।
करोड़ों की कफ सिरप तस्करी का मुख्य सरगना
भोला प्रसाद वाराणसी के आदमपुर क्षेत्र का रहने वाला है और उसे देशभर में प्रतिबंधित कोडीनयुक्त कफ सिरप की तस्करी का बड़ा सरगना माना जा रहा है। पुलिस जांच में सामने आया कि वह लंबे समय से झारखंड की फर्म मेसर्स शैली ट्रेडर्स के जरिए फर्जी बिलिंग कर देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रतिबंधित फेंसेडिल और अन्य कोडीनयुक्त सिरप की सप्लाई कर रहा था।
दो महीनों में रिकॉर्ड जब्ती, करोड़ों का कारोबार बेनकाब
सोनभद्र पुलिस ने पिछले दो महीनों में कफ सिरप तस्करी के खिलाफ ऐतिहासिक कार्रवाई की है—
18 अक्टूबर: दो कंटेनरों से 1,19,675 शीशियां (मूल्य लगभग 3.50 करोड़ रुपये)
1 नवंबर: रांची से 13,400 शीशियां बरामद 3–4 नवंबर: गाजियाबाद पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में चार ट्रकों से 3.40 करोड़ रुपये का कफ सिरप और 20 लाख रुपये नकद बरामद इन सभी मामलों की कड़ियां भोला प्रसाद के नेटवर्क से जुड़ी मिलीं।
25 करोड़ के फर्जी लेनदेन का खुलासा SIT की गहन जांच में भदोही, चंदौली, वाराणसी और सोनभद्र में करीब 25 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन का खुलासा हुआ। जांच के दौरान कई फर्में सिर्फ कागजों पर ही मौजूद पाई गईं। नेटवर्क से जुड़े बैंक खातों को तत्काल फ्रीज कर दिया गया। 29 नवंबर को ड्रग इंस्पेक्टर राजेश मौर्य की तहरीर पर रॉबर्ट्सगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ, जिसमें पता चला कि अप्रैल 2024 से अगस्त 2025 के बीच 7.53 लाख शीशियां फर्जी फर्मों—मां कृपा मेडिकल और मेसर्स शिवक्षा प्राइवेट लिमिटेड—के जरिए काले बाजार में खपाई गईं।
'फर्म मेरे नाम, कारोबार बेटे के हाथ'—भोला का स्वीकारोक्ति पूछताछ में भोला प्रसाद ने स्वीकार किया कि फर्में उसके नाम पर थीं, लेकिन पूरा नेटवर्क उसका बेटा शुभम जायसवाल चलाता था।
नकली बिलिंग
फर्जी लेन-देन
गोदाम संचालन
सब कुछ शुभम ही देखता था। वित्तीय लेन-देन सीए विष्णु अग्रवाल मैनेज करते थे। पुलिस जल्द उनसे भी पूछताछ करेगी। भोला प्रसाद चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर और वाराणसी में भी वांछित था।
पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की तैयारी
पुलिस टीम में SOG प्रभारी राजेश चौबे, सदानंद राय, प्रणय प्रसून श्रीवास्तव, प्रकाश सिंह और सत्यम पांडेय शामिल रहे। एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि आरोपी से कस्टडी रिमांड लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी और नेटवर्क की जड़ तक पहुंचकर इसे पूरी तरह खत्म किया जाएगा।