सपा विधायक सुधाकर सिंह का निधन,
मेदांता अस्पताल में ली अंतिम सांस
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह का लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन की खबर से घोसी और पूरे मऊ जिले में शोक की लहर फैल गई है। वे उपचुनाव में जनता का बड़ा समर्थन पाकर भाजपा के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को हराकर विधानसभा पहुंचे थे।
उपचुनाव में मिली थी बड़ी जीत, तीन बार बन चुके थे विधायक सुधाकर सिंह राजनीति में जमीन से जुड़े नेता माने जाते थे। उन्होंने मधुबन विधानसभा से एक बार और घोसी विधानसभा से दो बार चुनाव जीता था। इस तरह वे समाजवादी पार्टी से कुल तीन बार विधायक बने। हाल ही में हुए उपचुनाव में उनकी जीत पूरे राज्य में चर्चा का विषय बनी थी। वहीं, भाजपा की ओर से बड़े नेताओं के कैंपेन के बावजूद उनकी गहरी जमीनी पकड़ ने उन्हें भारी वोटों से जीत दिलाई।
34 साल पुराने मामले में घोषित हुए थे फरार सुधाकर सिंह अपने राजनीतिक जीवन में जनता की समस्याओं को लेकर लगातार आवाज उठाते रहे। इसी कारण उन पर दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। कई मामलों में उन्हें जेल भी जाना पड़ा। मऊ कोर्ट ने 34 साल पुराने एक केस में उन्हें फरार घोषित किया था। आरोप था कि उन्होंने दोहरी घाट में विद्युत सब-स्टेशन जलाने और चक्का जाम करने की घटनाओं में हिस्सा लिया था।
दिल्ली से लौटते समय बिगड़ी तबीयत कुछ दिन पहले वे दिल्ली गए थे, जहां उन्होंने माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी की पत्नी को आशीर्वाद दिया था। वहीं से लौटते समय उनकी तबीयत अचानक गंभीर हो गई। हालत खराब होने पर परिजन और समर्थक उन्हें तुरंत लखनऊ के मेदांता अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रियता बनी उनकी ताकत घोसी उपचुनाव में सुधाकर सिंह की जीत का बड़ा कारण उनकी जनता के बीच मजबूत पकड़ थी। चुनाव प्रचार में भाजपा के कई बड़े नेताओं ओमप्रकाश राजभर, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, भूपेंद्र चौधरी और संजय निषाद ने दारा सिंह चौहान के लिए वोट मांगे थे, लेकिन सुधाकर सिंह का स्थानीय जुड़ाव उन्हें जीत दिला गया।