सपा सांसद रामजी लाल सुमन मामले में हाईकोर्ट सख्त,
राज्य और केंद्र सरकार से मांगा जवाब
2 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
High Court Petition: राणा सांगा को लेकर सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा दिए गए बयान के बाद उनके आगरा स्थित आवास पर करणी सेना द्वारा हमला किया गया, तो सांसद ने सिक्योरिटी को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यूपी और केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है। मामले की अगली सुनवाई अब 28 मई को होगी।
सुनवाई के दौरान अधिवक्ता ने लगाए ये आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान सांसद के वकील इमरान उल्लाह ने कोर्ट के समक्ष दलील दी कि उनके मुवक्किल पर जानलेवा हमले हो चुके हैं और उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद की जीभ काटने के लिए एक करोड़ रुपये की सुपारी दी गई है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त:अधिवक्ता
इस दौरान अधिवक्ता इमरान उल्लाह ने कोर्ट में कहा, “यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। एक जनप्रतिनिधि को इस तरह खुलेआम धमकी दी जा रही है और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।” जिसके बाद इस पर गंभीर रुख अपनाते हुए जस्टिस राजीव गुप्ता और जस्टिस हरवीर सिंह की बेंच ने उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 28 मई को होगी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल 21 मार्च को राज्यसभा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने एक विवादित बयान देते हुए कहा था, “भाजपा नेताओं का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमानों में बाबर का DNA है। फिर हिंदुओं में किसका DNA है? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लेकर आया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो।” उन्होंने आगे कहा, “हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता। उसका आदर्श मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा है। देश की आजादी की लड़ाई में इन लोगों ने अंग्रेजों की गुलामी की थी।” इस बयान के बाद करणी सेना ने विरोध प्रदर्शन करते हुए आगरा स्थित उनके घर पर हमला कर दिया था। इस हमले और मिल रही धमकियों के बाद अब यह मामला हाईकोर्ट पहुंचा है।