त्रिपुरा में बीएसएफ जवानों पर हमला: पशु तस्करों के बढ़े हौसले,
पांच जवान घायल, वाहन में तोड़फोड़
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। भारत-बांग्लादेश सीमा के पास संदिग्ध पशु तस्करों ने बीएसएफ (BSF) के जवानों पर हमला कर दिया। इस हमले में पांच जवान घायल हो गए, जबकि उनका वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह घटना शुक्रवार शाम बिशालगढ़-कमठाना रोड पर हुई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया है।
पुलिस ने बताई पूरी घटना पुलिस के मुताबिक, कमठाना सीमा चौकी पर तैनात बीएसएफ जवानों ने एक संदिग्ध वाहन को रुकने का इशारा किया। लेकिन चालक ने रुकने की बजाय वाहन को तेज़ी से स्थानीय पशु बाजार की ओर भगा लिया। जवानों ने पीछा करते हुए जब वाहन को पकड़ा, तो वहां मौजूद संदिग्ध तस्करों से उनकी बहस शुरू हो गई, जो देखते ही देखते हिंसक रूप ले गई। तस्करों ने अचानक बीएसएफ के जवानों पर हमला बोल दिया और लाठी-डंडों से मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान बीएसएफ का वाहन भी तोड़ दिया गया।
पांच जवान घायल, जांच शुरू हमले में घायल सभी पांच जवानों को अस्पताल ले जाया गया है। बिशालगढ़ थाना प्रभारी विकास दास ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि हमले में शामिल सभी संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
वायरल वीडियो ने उठाए सवाल इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक बीएसएफ जवान यह कहते हुए नजर आ रहा है कि जब उन पर हमला हुआ, तो मौके पर मौजूद लोगों में से किसी ने भी मदद नहीं की और न ही किसी ने विरोध किया। वीडियो ने लोगों के बीच गुस्सा और निराशा दोनों बढ़ा दी है।
लोगों की संवेदनहीनता पर सवाल घटना के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। क्या हमारे सुरक्षाबलों के प्रति लोगों की आस्था और सम्मान कम हो गया है? क्या भीड़ में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था जो जवानों की मदद के लिए आगे आता? और सबसे बड़ा सवाल—पशु तस्करों के हौसले इतने बुलंद कैसे हो गए कि उन्होंने सीमा की सुरक्षा करने वाले जवानों पर ही हमला कर दिया? यह घटना न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सीमावर्ती इलाकों में पशु तस्करी का नेटवर्क कितना संगठित और खतरनाक होता जा रहा है।