यूपी का वो गांव जहां हर घर में दिखते हैं हमशक्ल, जुड़वा बच्चों के राज से वैज्ञानिक भी हैरान,
जानें क्या है वजह
4 days ago
Written By: State Desk
Uttar Pradesh News: प्रयागराज जिले का एक छोटा सा गांव आज दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह गांव है उमरी, जिसे अब लोग जुड़वा बच्चों का गांव कहने लगे हैं। यहां दशकों से जुड़वा बच्चों का जन्म होता आ रहा है। स्थिति यह है कि बाहर से आने वाले लोग अक्सर गांव में एक जैसे चेहरों को देखकर धोखा खा जाते हैं। यहां बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक कई हमशक्ल मौजूद हैं। हालांकि, रोजगार की तलाश में कई बड़े हो चुके जुड़वा गांव छोड़ चुके हैं, लेकिन अभी भी यहां दर्जनों जुड़वा परिवार मौजूद हैं। इस रहस्य को आज तक कोई वैज्ञानिक समझ नहीं पाया है।
दशकों से जारी रहस्य
उमरी गांव प्रयागराज शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर है और यहां बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी रहती है। गांव की पहचान अब जुड़वा बच्चों से होने लगी है। यहां हिंदू और मुस्लिम दोनों ही परिवारों में लगातार जुड़वा बच्चे जन्म ले रहे हैं। गांववाले इसे कुदरत का करिश्मा या अल्लाह की नियामत मानते हैं। दिलचस्प बात यह है कि सिर्फ इंसान ही नहीं, बल्कि गांव के पालतू जानवरों में भी कई बार जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ है।
बच्चों की दिलचस्प कहानियां
गांव की 12 साल की जुड़वा बहनें जोया और असरा बताती हैं कि दोनों को अक्सर लोग पहचान नहीं पाते। कई बार शरारत एक करती है और डांट दूसरे को मिलती है। इसी तरह 9 साल की काव्या और कृति भी बिल्कुल हमशक्ल हैं। स्कूल और घर में इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। ये बच्चियां भी अपनी शरारतों से सबको अचरज में डाल देती हैं।
बुजुर्गों के अनुभव और रिसर्च
गांव के बुजुर्ग सुबराती के घर में भी जुड़वा पोते हुए हैं। उनका कहना है कि जुड़वा बच्चों की देखभाल कठिन होती है क्योंकि वे अक्सर बीमार पड़ जाते हैं। वे बताते हैं कि अब तक कई रिसर्च टीमें गांव में आईं, माता-पिता के ब्लड सैंपल लिए गए, लेकिन किसी भी रिसर्च ने अभी तक असली कारण नहीं बताया। ग्रामीणों का मानना है कि इसका रहस्य गांव की मिट्टी में छिपा हो सकता है।
विज्ञान भी हैरान
वैज्ञानिकों ने भी इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन अब तक नतीजा शून्य है। गांव में भारतीय वायुसेना की कॉलोनी भी है और यहां रहने वाले बाहर से आए परिवारों में भी जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ है। फिलहाल ग्रामीण इसे ईश्वर का करिश्मा मानते हैं, लेकिन विज्ञान अब भी इसकी वजह ढूंढने में असमर्थ है।