उन्नाव में ईडी की 38 घंटे की छापेमारी खत्म,
फर्जी मार्कशीट और करोड़ों रुपये के लेनदेन की जांच जारी
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में फर्जी मार्कशीट मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले 38 घंटे तक सरस्वती मेडिकल कॉलेज और मोनार्क यूनिवर्सिटी के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कॉलेज के चैयरपर्सन विजेंद्र सिंह हुड्डा की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुई थी। शुक्रवार की देर रात ईडी टीम ने जांच पूरी करके वापस लौट गई। सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई के दौरान कॉलेज में फर्जी मार्कशीट बनाने और छात्रों के नाम पर किए गए बड़े आर्थिक लेनदेन के अहम सबूत मिले हैं।
43 लाख रुपये और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद ईडी ने मोनार्क यूनिवर्सिटी के मालिक विजेंद्र हुड्डा के ठिकानों से 43 लाख रुपये जब्त किए हैं। इसके अलावा 50 से अधिक कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी छापेमारी में बरामद हुए हैं। हुड्डा उन्नाव के सरस्वती मेडिकल कॉलेज के सेक्रेटरी भी हैं और उनके महाराष्ट्र के कई शिक्षण संस्थानों से भी संपर्क होने की जानकारी मिली है। इन संस्थानों के लिए भी फर्जी मार्कशीट बनाने का सबूत ईडी को मिला है।
करोड़ों रुपये के लेनदेन के साक्ष्य मिले ईडी सूत्रों के अनुसार, 38 घंटे की जांच में कॉलेज के खातों से करोड़ों रुपये के लेनदेन के अहम दस्तावेज और सबूत मिले हैं। छात्रों की फीस के लेनदेन में भी बड़े स्तर पर अनियमितताएं सामने आई हैं। कॉलेज से जुड़े कर्मचारियों और हुड्डा के नजदीकियों से पूछताछ की गई। ईडी ने कॉलेज के बैंक अकाउंट पर निगरानी रखी और यह पता लगाया कि फीस के नाम पर लाखों रुपये ऐसे खातों में ट्रांसफर किए गए थे, जो सीधे कॉलेज प्रशासन से जुड़े नहीं थे।
महत्वपूर्ण दस्तावेजों और डिजिटल फॉरेंसिक जांच ईडी ने कॉलेज में फर्जी मार्कशीट के जरिए दाखिले और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। इनमें कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, फाइलें और बैंक लेनदेन के रिकॉर्ड शामिल हैं। सभी दस्तावेज लखनऊ मुख्यालय भेजे गए हैं और उनका डिजिटल फॉरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है। जांच का यह भी हिस्सा है कि कहीं कॉलेज की फंडिंग में फर्जी कंपनियों या बोगस खातों का इस्तेमाल तो नहीं किया गया।