यूपी एटीएस ने कानपुर से डॉक्टर को हिरासत में लिया,
डॉ. शाहीन से थे संपर्क
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने बुधवार को कानपुर से एक डॉक्टर को हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार, यह डॉक्टर हाल ही में गिरफ्तार की गई डॉ. शाहीन शाहिद के संपर्क में था। उसे पूछताछ के लिए लखनऊ लाया गया है, जहां एजेंसियां उसके रिश्तों और गतिविधियों की गहन जांच कर रही हैं। यह कार्रवाई दिल्ली के लाल किले के पास हालिया कार ब्लास्ट और फरीदाबाद में बरामद विस्फोटकों से जुड़े बड़े आतंकी मॉड्यूल के खुलासे का हिस्सा है।
संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर हिरासत एटीएस सूत्रों ने बताया कि कानपुर का यह डॉक्टर काफी समय से संदिग्ध गतिविधियों में शामिल पाया गया था। जांच में उसके डॉ. शाहीन के नेटवर्क से जुड़ा होने के प्रमाण मिले हैं। बताया जा रहा है कि यह नेटवर्क जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के महिला विंग के लिए काम कर रहा था, जिसका उद्देश्य भारत में नए सदस्यों की भर्ती करना था। पूछताछ में आरोपी डॉक्टर ने डॉ. शाहीन से हालिया बातचीत की बात स्वीकार की, लेकिन पूरी जानकारी देने से इनकार कर दिया। अब एजेंसियां उसके फोन कॉल रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजेक्शन, ईमेल और ट्रेवल हिस्ट्री की जांच कर रही हैं, ताकि उसके नेटवर्क की सच्चाई सामने आ सके।
डॉ. शाहीन शाहिद का बैकग्राउंड डॉ. शाहीन शाहिद 2006 में कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल) में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में भर्ती हुई थीं। उन्होंने यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) के माध्यम से यह पद हासिल किया था। 2009 में वे कुछ समय के लिए कन्नौज मेडिकल कॉलेज में रहीं, लेकिन 2013 में बिना सूचना के गायब हो गईं लंबे समय तक कोई संपर्क न होने पर 2021 में उनकी नौकरी समाप्त कर दी गई। इसके बाद उनका कोई ठिकाना नहीं था। हाल ही में फरीदाबाद में उन्हें गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उन्हें श्रीनगर ले जाकर पूछताछ की।
जेईएम के डॉ. मुजम्मिल से संपर्क, विस्फोटक भी बरामद जांच में पता चला कि शाहीन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी डॉ. मुजम्मिल शकील के संपर्क में थीं। उसके पास से 2,900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट और कई अन्य विस्फोटक बरामद हुए थे। माना जा रहा है कि शाहीन और मुजम्मिल मिलकर भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे। अब कानपुर के इस डॉक्टर से पूछताछ में एटीएस को उम्मीद है कि डॉ. शाहीन के नेटवर्क से जुड़ी नई जानकारियां और संभावित आतंकी ठिकानों का पता चल सकेगा।
जांच के दायरे में कई और नाम एटीएस सूत्रों का कहना है कि यह केस फरीदाबाद मॉड्यूल, दिल्ली ब्लास्ट और खुरासान नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। कई और संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। कानपुर, लखनऊ, सहारनपुर और शामली में एजेंसियों की छापेमारी जारी है। यह पूरी कार्रवाई इस बात का संकेत है कि एटीएस ने एक बड़े आतंकी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की दिशा में काम तेज कर दिया है, जो देश के प्रमुख शहरों को निशाना बनाने की तैयारी में था।