वृंदावन में संत प्रेमानंद से मिले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक,
गोवर्धन सीएचसी की खराब स्थिति पर दिखाए सख्त तेवर
4 days ago
Written By: State Desk
उत्तर प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गुरुवार को वृंदावन के केलीकुंज आश्रम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात कर उनसे आशीर्वाद लिया। साथ में उनकी पत्नी नम्रता पाठक भी मौजूद थीं। संत प्रेमानंद ने डिप्टी सीएम को निर्भय होकर समाज सेवा करने का गुरुमंत्र दिया और कहा कि पद मिलने का मतलब जिम्मेदारी बढ़ना है, इसे ईमानदारी और सच्चाई के साथ निभाना चाहिए। प्रेमानन्द जी महाराज ने यह भी बताया कि भगवान की प्राप्ति केवल साधु बनने या एकांत में ध्यान लगाने से नहीं होती, बल्कि समाज की सेवा करते हुए, अपने कर्तव्य को ईमानदारी से पूरा करने से मिलती है। उन्होंने भय और लालच से दूर रहने की सलाह दी और कहा कि जो भी जिम्मेदारी ईश्वर देता है, उससे संतुष्ट रहना चाहिए। वहीं डिप्टी सीएम ने संत प्रेमानन्द जी की बातों को अपने लिए मार्गदर्शन बताया और कहा कि वे उनके आशीर्वचन के अनुसार ही काम करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संत की कृपा और राधारानी की दया उनके कार्य में हमेशा बनी रहे। ।
प्रेमानन्द जी से मिलने के बाद बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक्शन
संत प्रेमानन्द जी से आशीर्वाद लेने के बाद डिप्टी सीएम ने गोवर्धन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) का भी निरीक्षण किया। अस्पताल में जो स्थिति देखने को मिली, उससे वे खासे नाराज हुए। स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में साफ-सफाई की कमी साफ नजर आ रही थी। कई जगह गंदगी के ढेर पड़े थे, जो मरीजों और आगंतुकों के लिए असुविधाजनक साबित हो रहा था। डॉक्टरों और स्टाफ के कार्यालय में भी अव्यवस्था थी, कागजात बिखरे हुए थे और जरूरी दस्तावेज व्यवस्थित नहीं थे। निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ने पाया कि कुल 44 मेडिकल स्टाफ तैनात हैं, लेकिन इनमें से केवल 2-3 कर्मचारी ही अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे। इसके अलावा कई गैर हाजिर कर्मचारी थे, जिससे सेवा प्रभावित हो रही थी।
फायर सेफ्टी और आपातकालीन वार्ड की गंभीर अनदेखी
स्वास्थ्य केंद्र की फायर सेफ्टी व्यवस्था भी बेहद कमजोर पाई गई। डिप्टी सीएम ने जब मॉकड्रिल और सुरक्षा प्रमाणपत्र (NOC) के बारे में पूछा, तो स्टाफ ने बताया कि पिछले तीन सालों से कोई फायर मॉकड्रिल नहीं करवाई गई है और अभी तक फायर सेफ्टी का प्रमाणपत्र भी नहीं मिला है। अस्पताल के CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) वार्ड पर ताला लगा मिला, जो आपातकालीन सेवाओं के लिए खतरनाक संकेत था। इस पर उपमुख्यमंत्री ने तुरंत ताला खोलने के आदेश दिए और स्पष्ट किया कि यह कोई निजी संपत्ति नहीं है, इसलिए मरीजों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
डिप्टी सीएम ने दिखाए सख्त तेवर
इन कमियों को देखकर डिप्टी सीएम ने गोवर्धन CHC के सीएमओ संजीव यादव को तत्काल प्रभाव से लापरवाह और गैर हाजिर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने न केवल संबंधित कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए, बल्कि उनके वेतन काटने का भी आदेश दिया। डिप्टी सीएम ने साफ कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जनता को बेहतर सेवाएं मिलना उनका प्राथमिक कर्तव्य है।