यूपी के नए DGP का ऐलान, जल्द निकलेगी सिपाही भर्ती,
महिलाओं की सुरक्षा होगी प्राथमिकता, अब अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस
7 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
UP DGP Rajeev Krishna: उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने सोमवार को मीडिया से पहली बार बात की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सिपाहियों की भर्ती जल्द ही शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में हर नागरिक की आवाज सुनी जाएगी और किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद किया और कहा कि उनके मार्गदर्शन में यूपी पुलिस को बेहतर बनाने का काम जारी रहेगा।
अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
राजीव कृष्ण ने कहा कि वे अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएंगे। उन्होंने पांच प्रमुख क्षेत्रों में काम करने की बात कही। पहला, संगठित अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी ताकि सभी के लिए सुरक्षित माहौल बना रहे। दूसरा महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने और उनका समाधान करने पर खास जोर दिया जाएगा ताकि महिलाओं को सुरक्षा और सशक्तिकरण मिल सके। तीसरा जन शिकायतों का जल्द और संवेदनशील समाधान प्राथमिकता होगी। चौथा कानून व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हर इलाके में शांति कायम रखी जाएगी। पांचवा कोविड के बाद बढ़े साइबर अपराधों से निपटने के लिए यूपी पुलिस ने बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है और नई तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
पुलिस कर्मियों के कल्याण को दी जाएगी प्राथमिकता
राजीव कृष्ण ने कहा कि पुलिस सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए काम होगा और पुलिस कर्मियों के कल्याण पर भी ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल को एक बड़ा कदम बताया, जिससे बेहतर निर्णय लिए जा सकेंगे और संसाधनों का सही उपयोग होगा। साथ ही पुलिस कर्मियों को नियमित ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे हर चुनौती से निपट सकें।
1991 बैच के IPS राजीव कृष्ण ने संभाली DGP की कमान
राजीव कृष्ण को 11 वरिष्ठ अफसरों को पीछे छोड़ते हुए यूपी का DGP बनाया गया है। वे योगी सरकार के पांचवें कार्यवाहक DGP हैं। उनके पास चार साल का कार्यकाल होगा। सबसे बड़ी चुनौती अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव हैं, जिसके बाद 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे।
मायावती शासन में डीआईजी रहे राजीव कृष्ण
बता दें कि राजीव कृष्ण ने अपनी सेवा की शुरुआत 1991 में की थी। उन्होंने इलाहाबाद, बरेली, कानपुर, अलीगढ़ जैसे जिलों में कार्य किया। वे कई बड़े जिलों में एसपी और एसएसपी भी रहे। मायावती के शासनकाल में लखनऊ जिले के डीआईजी बनाए गए थे। इसके बाद मेरठ रेंज के आईजी, मुरादाबाद पुलिस अकादमी में पदस्थ और लखनऊ व आगरा जोन के एडीजी के रूप में भी काम किया।