पति-ससुराल पर दहेज हत्या का केस, लेकिन मरी हुई बहू जिंदा निकली...
2 साल से रह रही थी प्रेमी संग
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिस महिला को एक साल पहले दहेज हत्या का शिकार बताया गया था, वह असल में जिंदा निकली। पुलिस ने खुलासा किया कि रुचि नाम की यह महिला ग्वालियर में अपने प्रेमी के साथ पत्नी बनकर रह रही थी। इस खुलासे के बाद पूरा मामला पलट गया है और पुलिस अब झूठी शिकायत दर्ज कराने वालों पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
शादी के बाद हुआ विवाद, ससुराल वालों पर लगा हत्या का आरोप यह मामला गाजीपुर के बरहापार भोजुराई गांव का है। राजवंती देवी नाम की महिला ने साल 2023 में अपनी बेटी रुचि की शादी राजेंद्र यादव से कराई थी। 3 अक्टूबर को राजवंती देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी की हत्या दहेज के लिए कर दी गई है और शव को गायब कर दिया गया है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने पति राजेंद्र यादव, सास कमली देवी, और परिवार के चार अन्य सदस्यों पर दहेज हत्या और सबूत मिटाने के गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस ने तकनीकी जांच से सुलझाया मामला मामले की गंभीरता को देखते हुए सादात के CO रामकृष्ण तिवारी ने जांच शुरू की और सर्विलांस टीम की मदद से फोन लोकेशन ट्रैक की। इसी दौरान पुलिस को बड़ा सुराग मिला रुचि जिंदा थी और ग्वालियर में गजेंद्र यादव नाम के युवक के साथ रह रही थी। 7 अक्टूबर को पुलिस की टीम ने ग्वालियर पहुंचकर रुचि को बरामद किया।
रुचि ने खुद बताई सच्चाई पूछताछ के दौरान रुचि ने बताया कि उसकी शादी उसकी मर्जी के खिलाफ कराई गई थी। वह रेवई गांव के रहने वाले गजेंद्र यादव से स्कूल के समय से प्यार करती थी और शादी के बाद वह उसके साथ रहने चली गई। वहीं, उसके पति राजेंद्र यादव ने कहा, हम पर झूठा आरोप लगाया गया। मेरी पत्नी कभी हमारे साथ नहीं रही और हमेशा झगड़ती थी। उसके परिवार को सब पता था कि वह किसी और से प्यार करती है।
पुलिस ने झूठे आरोपों की पुष्टि की CO रामकृष्ण तिवारी ने बताया कि जांच में यह पूरी तरह साबित हो गया है कि रुचि जीवित है और दहेज हत्या का मामला पूरी तरह मनगढ़ंत था। पुलिस ने कहा कि अब झूठी शिकायत दर्ज कराने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रुचि को मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया, जहां उसने अपने बयान में सब कुछ साफ-साफ कबूल किया।