फर्जी कागजों से बनी थी नौकरी... यूपी में शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई,
10 जिलों के 22 शिक्षक बर्खास्त, वेतन वसूली और FIR के निर्देश
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 22 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। लखनऊ, बाराबंकी, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, बुलंदशहर, सहारनपुर, कानपुर देहात और मिर्जापुर जिलों में तैनात इन शिक्षकों ने जाली दस्तावेजों के आधार पर सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल की थी। लंबे समय से यह लोग स्कूलों में पढ़ाने के नाम पर वेतन ले रहे थे। मामले के खुलासे के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने न केवल इनकी सेवाएं समाप्त करने का आदेश दिया है, बल्कि इनके खिलाफ FIR दर्ज करने और वेतन की रिकवरी करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
शिक्षा विभाग को कुछ समय पहले शिकायतें मिली थीं कि कई शिक्षक फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे हैं। इसके बाद विभाग ने इनकी शैक्षणिक योग्यता और नियुक्ति से जुड़े सभी प्रमाणपत्रों की गहन जांच कराई। जांच में यह साफ हो गया कि 22 शिक्षकों ने जाली प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल कर नौकरी हासिल की थी। इस खुलासे ने शिक्षा विभाग को भी चौंका दिया और तुरंत कार्रवाई शुरू की गई।
रिकवरी और FIR का आदेश
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने साफ कहा है कि इन फर्जी शिक्षकों ने जितना भी वेतन अब तक लिया है, उसे वापस वसूला जाएगा। इसके साथ ही, संबंधित थानों में इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। विभाग का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता बनी रहेगी और भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह धोखाधड़ी करने की कोशिश नहीं करेगा।
शिक्षा विभाग ने बढ़ाई सख्ती
इस मामले के बाद शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में तैनात शिक्षकों के दस्तावेजों की दोबारा जांच करें। विभाग का कहना है कि फर्जी नियुक्तियां न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं, बल्कि योग्य उम्मीदवारों के हक को भी छीन लेती हैं। इसलिए अब दस्तावेजों की जांच और भी सख्ती से की जाएगी।