यूपी में स्वास्थ्य विभाग में सख्त कार्रवाई,
सात डॉक्टरों को बर्खास्त किया गया
1 months ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में अनुशासनहीनता और लगातार गैरहाजिर रहने वाले चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले सात डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने के लिए अपर मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही बरतने वाले अन्य कर्मचारियों पर भी कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। इस फैसले का सबसे बड़ा असर मैनपुरी और कुशीनगर जैसे जिलों पर देखा गया है, जहां डॉक्टर लंबे समय से अनुपस्थित थे।
मैनपुरी में चार डॉक्टर बर्खास्त सरकार की कार्रवाई का सबसे बड़ा प्रभाव मैनपुरी जिले पर पड़ा है। लेखराजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. शरद कुमार गुप्ता और भोगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. राजेन्द्र कुमार मौर्य को गैरहाजिरी की पुष्टि होने पर बर्खास्त किया गया। इसी तरह सांडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. ललित कुमार पांडेय और करहल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. अरूण कुमार सिंह भी लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं थे, जिसके कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था।
सहारनपुर, कुशीनगर और बाराबंकी में भी कार्रवाई सहारनपुर जिले में सढौली कदीम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. भवनेश कपूर बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए। कुशीनगर के हाटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष त्रिपाठी लंबे समय से अनुपस्थित रहे। बाराबंकी में तैनात डॉ. वेंकटेश श्रीवास्तव भी ड्यूटी से गायब पाए गए। इन सभी डॉक्टरों के खिलाफ बर्खास्तगी के आदेश जारी किए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग में अनुशासन का संदेश डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में शिथिलता या गैरजिम्मेदारी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की हकदार है और डॉक्टरों की अनुपस्थिति मरीजों की जान को जोखिम में डालती है। इस कदम के बाद विभाग में अनुशासन और जिम्मेदारी को लेकर स्पष्ट संदेश गया है, जिससे अन्य कर्मचारियों के लिए भी चेतावनी है कि लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी।