'I Love Mohammad' विवाद में उतरी इकरा हसन,
कहा- उन्हें न तो संविधान का पता है और न ही देश के नागरिकों के अधिकारों की समझ
1 months ago Written By: ANJALI
उत्तर प्रदेश में 'I Love Mohammad' को लेकर उठे विवाद ने रफ़्तार पकड़ ली है। कैराना सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन ने प्रदेश सरकार के तौर-तरीकों पर तीखा ऐतराज जताया है और कहा है कि सरकार को संविधान और नागरिक अधिकारों की समझ नहीं है। इस मामले के बाद अलग-अलग जगहों पर विरोध और प्रदर्शन हुए; बरेली में मामला बढ़ते-बढ़ते बवाल और दंगों तक पहुंच गया।
किस बात पर हुआ विवाद
सूत्रों के अनुसार विवाद एक जुलूस और उसमें पोस्टर लगाने को लेकर शुरू हुआ। किसी पक्ष विशेष के दावे के बाद यह आरोप लगे कि पोस्टर लगाने को लेकर विवाद के बाद मुस्लिम युवाओं के खिलाफ मुकदमे दायर किए गए। यह कार्रवाई आपसी नाराजगी और असंतोष का कारण बनी और बहु-स्थानीय प्रदर्शन शुरू हो गए।
इकरा हसन की तीखी प्रतिक्रिया
कैराना से सपा सांसद इकरा हसन ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्हें न तो संविधान का पता है और न ही देश के नागरिकों के अधिकारों की समझ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तानाशाही के तरीक़े किसी को रोक नहीं पाएंगे और अंततः जनता इनको मिट्टी में मिला देगी। इकरा ने कहा “उत्तर प्रदेश में तो जो सरकार चल रही है उन्हें ना तो संविधान का पता है और ना ही इस देश के नागरिकों के अधिकारों का पता है। किस तरह की कानून व्यवस्था इस देश में चल रही है।”
इकरा ने आगे कहा कि किसी के अभद्र टिप्पणी करने और धार्मिक भावनाओं से जुड़े मुद्दों में फर्क समझना ज़रूरी है। उनका तर्क था कि यदि किसी ने किसी त्योहार या धर्म के संदर्भ में प्यार और सम्मान जताया — जैसे "I love Mohammad" — तो उस पर इतनी कड़ी कार्रवाई समझ से परे है। इकरा ने कहा- “आई लव मोहम्मद हुजूर पाक… जिन्होंने हमेशा अमन और भाईचारे की बात की। पूरे दुनिया भर में उनके चाहने वाले लोग इस तरह के फरमानों से और इस तरह की तानाशाही से रुकेंगे नहीं। कोई भी नहीं रुकेगा।”
स्थानीय हालात और प्रदर्शन
बताया गया है कि विवाद के बाद कई स्थानों पर युवा सड़कों पर निकले और विरोध प्रदर्शन तेज हो गए। विशेषकर बरेली में हालात बिगड़ते-बिगड़ते हिंसक घटनाओं का रूप ले चुके हैं, जहां झड़पें और बवाल की सूचना मिली। मामला फिलहाल तनावपूर्ण बना हुआ है और स्थानीय प्रशासन की निगरानी जारी है।
सांसद की अपील और सरकार पर सवाल
इकरा हसन ने सरकार से चेतावनी दी कि अगर किसी भी धर्म पर इसी तरह आपत्तियां आम नीति बन जाएं तो देश किस राह पर होगा और जनता सरकार से सवाल उठाना शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि यह एक गलत हरकत है और वे इसका सख्त विरोध करती हैं। इकरा ने सरकार के गिरते स्तर पर भी चिंता जताते हुए कहा कि जनता ही फैसला करेगी कि किसे आगे रखना है।