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यूपी के नौकरशाह संपत्ति बनाने के मामले में नेताओं से पीछे नहीं हैं। कई आईएएस ऐसे हैं जिन्होंने करोंडो की संपत्ति बनाई है। आईएएस अफसरों द्वारा केंद्र सरकार को दी गई जानकारी में ये फैक्ट सामने आए हैं। यूपी कैडर के अफसरों ने केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय (DOPT) को भेजी रिपोर्ट में बताया कि उनके किस शहर में कितनी संपत्ति है, ये वो ब्यौरा है जो उन्होने सार्वजनिक किया है।
अफसरों की पहली पसंद नोएडा
यूपी के अफसरों की पहली पसंद नोएडा है। 60% से ज्यादा अफसरों ने यहां आशियाना बना रखा है। कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने मकान या फ्लैट खरीदने की जगह जमीन लेकर छोड़ दी है। नोएडा के बाद अफसरों का पसंदीदा शहर लखनऊ है, यहां भी काफी सारे आईएएस अफसरों की जमीने, घर व फ़्लैट है।
5 साल में अधिकारियों की बढ़ी तीन गुना संपत्ति
अब आइये यूपी के कुछ आईएएस अफसरों की संपत्तियों के बारे में जान लेते है। दिलचस्प यह है कि प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा जिलाधिकारियों की प्रॉपर्टी पिछले 5 साल में तीन गुना बढ़ी है। कुछ की प्रॉपर्टी दोगुनी तो कुछ की तीन से चार गुना हो चुकी है। प्रदेश के 75 डीएम में से 27 ने लखनऊ में प्रॉपर्टी खरीदी है।
सूबे के आईएएस अफसरों की संपत्तियों ब्यौरा
यूपी के चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह के पास ग्रेटर नोएडा के ग्रीन वुड अपार्टमेन्ट में 1.25 करोड़ का विला है, इसे उन्होंने 2005 में 32 लाख रूपये में खरीदा था । अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल के पास ग्रेटर नोएडा में 500 वर्गमीटर का प्लाट, लखनऊ में सुशांत गोल्फ सिटी में 450 वर्गमीटर में प्लाट और गाजियाबाद में 1340 वर्गफीट का फ़्लैट है। आयुक्त, कृषि उत्पादन मोनिका गर्ग के पास लखनऊ के विशाल खंड में बंगला, नोएडा में एक बंगला और पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में जमीन है।
नोएडा और लखनऊ दोनों शहरों में अफसरों ने खरीदी प्रॉपर्टी
अपर मुख्य सचिव, वित्त दीपक कुमार के पास एमपी के पन्ना में 2.54 हेक्टेयर जमीन, नोएडा में 3 करोड़ रूपये के 2 बंगले, कानपुर देहात में 1.56 हेक्टेयर जमीन और लखनऊ के विभूति खंड में ढाई करोड़ का कमर्शियल प्लाट है। वहीं अपर मुख्य सचिव सचिवालय जीतेंद्र कुमार के पास बिहार में 2 करोड़ की जमीन और लखनऊ के विपुल खण्ड में 5 करोड़ के दो बंगले हैं। प्रमुख सचिव, जलशक्ति विभाग अनुराग श्रीवास्तव के पास बहराइच में 5.732 हेक्टेयर जमीन, नोएडा में प्लाट और लखनऊ में भी कई लखनऊ में प्लाट है।
प्रमुख सचिव,गृह संजय प्रसाद के पास उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 0.005 हेक्टेयर जमीन और लखनऊ के विभूतिखंड में रोहतास प्रेशिडेंटल टावर्स 2193 वर्गफीट का फ़्लैट है। प्रमुख सचिव, नगर विकास अमृत अभिजात के पास ग्रेटर नोएडा में 500 वर्गफीट का प्लाट है इसके आलावा उनके पास राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी कीमती प्लाट है।
आईएएस अभिषेक प्रकाश के पास 8.85 एकड़ की कृषि भूमि
हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड हुए आईएएस अभिषेक प्रकाश के पास सीवान में 8.85 एकड़ कृषि भूमि उन्होंने फिलहाल इसके आलावा किसी संपत्ति की जानकारी नहीं दी है। लखनऊ की कमिशनर रोशन जैकब ने DOPT को जानकारी दी है कि उनके पास अपनी कोई प्रॉपर्टी नहीं है। वहीं झांसी मंडल के कमिशनर आजंनेय कुमार सिंह के पास गजियाबाद के कौशाम्बी में 60 लाख का फ़्लैट और पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में 3 बीएचके फ़्लैट है।
यूपी के विभिन्न जिलों में तैनात जिलाधिकारियों के पास कितनी है संपत्ति
DOPT को दी गई जानकारी के मुताबिक, डीएम आगरा अरविन्द मलप्पा बंगारी सबसे ज्यादा अमीर है, उनके पास कर्नाटक में 5 कृषि भूमि, 3 मकान/फ़्लैट, 1 कमर्शियल स्पेस और 6 प्लाट हैं। जबकि डीएम भदोही विशाल सिंह के पास नोएडा,वाराणसी और जौनपुर में करोडो की पैतृक व उपहार में मिली संपत्ति है, डीएम संभल राजेन्द्र पैंसिया के पास राजस्थान में 33 बीघा कृषि भूमि व जयपुर में फ़्लैट और प्लाट हैं, वहीं डीएम प्रयागराज रविन्द्र कुमार मंदर के पास राजस्थान में 6 प्लाट और कृषि जमीन है।
अयोध्या के डीएम के पास यूपी के कई शहरों में संपत्तियां
डीएम अयोध्या चन्द्र विजय सिंह के पास मेरठ, बागपत और लखनऊ में कई संपत्तियां जबकि डीएम मथुरा चन्द्र प्रकाश सिंह के पास गोंडा के पैतृक गांव में 4.382 हेक्टेयर कृषि भूमि, पैतृक घर का आधा हिस्सा, लखनऊ में 300 वर्ग मीटर का प्लाट, वृन्दावन योजना एके 302.88 वर्गमीटर का मकान है। प्रतापगढ़ के डीएम शिव सहाय अवस्थी के पास सीतापुर में 54 लाख की 2.26 हेक्टेयर कृषि जमीन है। जबकि डीएम जीतेंद्र प्रताप सिंह के पास कानपुर नगर लखनऊ में 418 वर्गमीटर का मकान, 1.7315 हेक्टेयर कृषि भूमि, 70 लाख का फ़्लैट और 288 वर्गमीटर का प्लाट है।
डीएम औरैया के पास लखनऊ में बेशकीमती प्रॉपर्टी
डीएम कानपुर देहात आलोक सिंह के पास लखनऊ के पॉश इलाके विराज खण्ड में 115 वर्गमीटर का मकान है, जबकि डीएम इटावा अवनीश कुमार राय के पास लखनऊ के सरोजिनीनगर में 95 लाख का मकान है, वहीं पूर्व में एलडीए के वीसी और वर्तमान में औरैया के डीएम इन्द्रमणि त्रिपाठी के पास आजमगढ़ में 1.226 हेक्टेयर कृषि जमीन, लखनऊ में 320 वर्गमीटर का मकान और सरजू अपार्टमेंट गोमतीनगर में 2 फ़्लैट है।
प्रमोटी आईएएस संपत्ति बनाने में और आगे
डीएम फर्रुखाबाद आशुतोष कुमार द्विवेदी के पास प्रयागराज में 319 वर्गमीटर का प्लाट, 158.68 वर्गमीटर का मकान, वाराणसी में 145.35 वर्गमीटर का प्लाट, 231 .97 वर्गमीटर का प्लाट और लखनऊ में 200 वर्गमीटर का हास्टल है। डीएम हरदोई मंगला प्रसाद सिंह द्वारा dopt में दी गई जानकारी के मुताबिक उनके पास सर्विस में आने से पहले से ही लखनऊ में 1.25 करोड़ का घर है। जबकि डीएम पीलीभीत संजय कुमार सिंह के पास लखनऊ में 29.83 लाख का फ़्लैट है, वहीं डीएम शाहजहांपुर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह के पास नोएडा में 5.40 करोड़ का घर, गाजियाबाद में 1.04 करोड़ का प्लाट, देवरिया में 33 लाख की पैतृक जमीन है। जबकि 2011-बैच के आईएएस और वर्तमान में डीएम गौतमबुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा के पास छतीस गढ़ में 66 लाख का घर, लखनऊ में 1.20 करोड़ का घर, और नोएडा में 4.18 लाख की दुकान है।
महिला IAS अफसरों के पास भी खूब प्रॉपर्टी
डीएम गोंडा नेहा शर्मा के पास छतीसगढ़ में 70 लाख का घर, गाजिबाद में 15 लाख का घर और उत्तराखंड में 0.025 हेक्टेयर जमीन है। बहराइच की डीएम डीएम मोनिका रानी के पास उत्तराखंड में 1.94 करोड़ की दो सम्पत्ति और सोनीपत में 35 लाख की संपत्ति है। जबकि लखीमपुर खीरी की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के पास ग्रेटर नोएडा में 80 लाख का फ़्लैट और मोहाली पंजाब में 13 लाख का घर है।
बस्ती डीएम को ससुराल से गिफ्ट मिली करोड़ों की संपत्ति
इसके आलावा डीएम, सीतापुर अभिषेक आनंद ने लखनऊ में 59 लाख का फ्लैट, डीएम रायबरेली हर्षिता माथुर ने लखनऊ में 60 लाख और 18 लाख के 2 प्लॉट खरीदा है। वहीं बस्ती डीएम रवीश गुप्ता के पास मौजूदा समय में 1.60 करोड़ की सम्पत्ति है, जो ससुर की ओर से गिफ्ट की गई है।
कई जिलाधिकारियों के पास संपत्ति ही नहीं
कुछ जिलों के DM ऐसे हैं, जिनके पास कोई प्रॉपर्टी नहीं है। इनमें लखनऊ, गाजियाबाद, गोरखपुर, फिरोजाबाद, कौशांबी, अंबेडकरनगर, महाराजगंज, ललितपुर, महोबा, श्रावस्ती, सहारनपुर, हापुड़, जौनपुर, गाजीपुर, हाथरस, कासगंज, एटा के जिलाधिकारी शामिल हैं। वहीं फतेहपुर DM रविंद्र कुमार सिंह, जालौन DM राजेश कुमार पांडेय, हमीरपुर DM घनश्याम मीना और मैनपुरी DM अंजनी कुमार सिंह की प्रॉपर्टी संबंधी जानकारी केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय के पास उपलब्ध नहीं है।
कितनी होती है एक आईएएस की सैलरी
सातवें वेतन आयोग के मुताबिक आईएएस ऑफिसर की शुरुआत की बेसिक सैलरी 56100 रुपये होती है। इसके अलावा उन्हें TA, DA and HRA अलग से मिलता है। देखा जाए तो IAS ऑफिसर को सभी भत्तों को मिलाकर शुरुआत में ही हर महीने एक लाख रुपये से ज्यादा वेतन मिलता है। जैसे-जैसे उनका प्रमोशन होता है उनका वेतनमान बढ़ता जाता है और कैबिनेट सचिव के पद तक ये सैलरी 2.50 लाख तक हो जाती है।
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