UP पुलिस भर्ती में मेडिकल घोटाला: डॉक्टरों ने फिटनेस के बदले ली रिश्वत,
डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने किया बड़ा एक्शन
1 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में चल रही पुलिस आरक्षी भर्ती के मेडिकल टेस्ट में बड़ा घोटाला सामने आया है। एटा जिले में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान अभ्यर्थियों से फिट और अनफिट करने के नाम पर पैसे वसूले जा रहे थे। जब इस घोटाले की भनक पुलिस को लगी, तो जांच शुरू हुई और दो डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दोनों डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया और विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
स्वास्थ्य जांच में अभ्यर्थियों से की जा रही थी अवैध वसूली
घटना एटा जिले के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र की है, जहां पुलिस को एक व्हाट्सएप शिकायत मिली। शिकायत के मुताबिक पुलिस भर्ती में शामिल कुछ अभ्यर्थियों को मेडिकल टेस्ट में अनफिट करार देने की धमकी देकर उनसे पैसे वसूले जा रहे थे। शिकायत में एक वीडियो भी भेजा गया था, जिसमें डॉक्टर उम्मीदवारों से पैसे लेते नजर आ रहे थे। इस शिकायत के बाद पुलिस सक्रिय हुई और अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह व ADM सत्यप्रकाश सिंह ने छापा मारा।
डायग्नोस्टिक सेंटर से जुटाए सबूत
जांच टीम ने एटा शहर के सुमित्रा डायग्नोस्टिक सेंटर और उससे जुड़े कलावती सिटी स्कैन सेंटर पर छापा मारा। वहां से लवकुश नाम के कर्मचारी को हिरासत में लिया गया और सीसीटीवी की डीवीआर भी जब्त कर ली गई। पूछताछ में पता चला कि ये पूरा रैकेट पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उन्हें फिट बताने का काम कर रहा था। वीडियो में डॉक्टर अनुभव अग्रवाल और डॉक्टर राहुल स्पष्ट रूप से एक अभ्यर्थी से पैसों का लेन-देन करते नजर आए। डॉक्टरों ने परीक्षा से पहले ही डर का माहौल बनाकर अभ्यर्थियों और उनके परिजनों से मोटी रकम वसूली। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। डॉक्टर राहुल वार्ष्णेय एटा के रहने वाले हैं, जबकि अनुभव अग्रवाल आगरा के बताए जा रहे हैं।
डिप्टी सीएम ने लिया एक्शन दिए जांच के निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से जानकारी दी कि दोनों डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।