इकलैरा गांव में यूपी पुलिस पर हमला,
आरोपी को पकड़ने गई टीम पर ग्रामीणों का बेकाबू गुस्सा
4 days ago Written By: Aniket Prajapati
उत्तर प्रदेश की मथुरा पुलिस पर राजस्थान के डीग जिले के इकलेरा गांव में बड़ा हमला हो गया। अपहरण के एक वांछित आरोपी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर गांव की 15 से 20 महिला-पुरुषों की भीड़ ने अचानक लाठी-डंडों, ईंट-पत्थरों से जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस जैसे-तैसे आरोपी को गाड़ी में बैठा ही पाई थी कि भीड़ भड़क उठी और टीम के एक सब-इंस्पेक्टर को घर के अंदर घसीटकर बेरहमी से पीटा गया। हमला इतना खतरनाक था कि एसआई का गला प्लास्टिक की केबल से दबाने की कोशिश की गई। कई पुलिसकर्मी घायल हुए और मौके से आरोपी भाग निकले। यह घटना अंतर-राज्यीय समन्वय पर गंभीर सवाल उठाती है।
पुलिस आरोपी को पकड़ने पहुंची, तभी भड़क गई भीड़ गोवर्धन थाना क्षेत्र में दर्ज अपहरण के मामले में वांछित आरोपी अमित ठाकुर, निवासी इकलहरा, डीग (राजस्थान) की तलाश में यूपी पुलिस की टीम गांव पहुंची थी। टीम में एसआई नितिन त्यागी, एसआई जितेंद्र कुमार, महिला एसआई सुनीता सिंह और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने काफी प्रयास के बाद आरोपी अमित ठाकुर को पकड़ लिया और गाड़ी में बैठा दिया। इसी दौरान गांव के 15–20 लोग अचानक गुस्से में आकर पुलिस वाहन के पास जुट गए और हमला शुरू कर दिया।
एसआई को घर के अंदर घसीटकर पीटा, गला दबाने की कोशिश भी हमलावरों ने एसआई नितिन त्यागी को गाड़ी से खींचकर जबरन आरोपी के घर के अंदर ले जाकर बेरहमी से मारपीट की। रिपोर्ट के मुताबिक उनका गला प्लास्टिक की केबल से दबाने की कोशिश की गई, जिससे उनकी जान को गंभीर खतरा हो गया। भीड़ ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए एसआई त्यागी की जेब से नगदी, पुलिस आई-कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड और सैमसंग मोबाइल फोन भी लूट लिया।
राजस्थान पुलिस ने बचाई जान, हमलावर भागे घटना की जानकारी मिलते ही राजस्थान पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह यूपी पुलिसकर्मियों की जान बचाई। घायल पुलिसकर्मियों को तुरंत डीग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। गोवर्धन थाना पुलिस की शिकायत पर डीग पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। पुलिस के पहुंचने से पहले हमलावर और आरोपी सभी मौके से भाग गए थे। उनकी तलाश जारी है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं रिपोर्ट के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब गोवर्धन पुलिस को राजस्थान सीमा के करीब ऐसी हिंसक स्थिति का सामना करना पड़ा हो। यह मामला अंतर-राज्यीय पुलिस सहयोग, सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों को फिर सामने लेकर आया है।