बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों का बड़ा प्रदर्शन,
समान काम के समान वेतन की मांग
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले सोमवार को बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों ने इंद्रलोक हाइडिल कॉलोनी, कृष्णा नगर में विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने वर्टिकल व्यवस्था खत्म करो, समान कार्य का समान वेतन दो और लेसा अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की।
कर्मचारियों ने जताया असंतोष कर्मचारियों ने कहा कि वर्टिकल व्यवस्था ने विभाग में असमानता और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। आउटसोर्स कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि इस व्यवस्था के कारण कार्यस्थल पर पारदर्शिता खत्म हो रही है और उनका शोषण बढ़ रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि समान काम करने के बावजूद स्थायी और संविदा कर्मचारियों के बीच वेतन और सुविधाओं में बड़ा अंतर है।
कार्य बहिष्कार की चेतावनी प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि ऊर्जा विभाग में लंबे समय से काम कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को स्थायी करने के लिए सरकार को स्पष्ट नीति लानी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो प्रदेशभर के वितरण मंडलों में क्रमिक कार्य बहिष्कार किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान संघ के पदाधिकारियों ने ज्ञापन तैयार कर अधीक्षण अभियंता को सौंपा, जिसमें स्थायीकरण और अन्य समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग की गई।
सभी मंडलों के कर्मचारी लामबंद संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि बिजली विभाग के लगभग सभी मंडलों के आउटसोर्स कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर लामबंद हैं। लंबे समय से लंबित भुगतान, असुरक्षित कार्य परिस्थितियां और बीमा जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी ने असंतोष को और बढ़ा दिया है।
सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण प्रदर्शन प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था के लिए मौजूद रहा। कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से सरकार को चेताया कि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को अगले चरण में ले जाया जाएगा। इस प्रदर्शन से यह स्पष्ट हुआ कि आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और विभाग को जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई करनी होगी।