UP में बदल गए प्रॉपर्टी रजिस्ट्री के नियम, अब बिना OTP नहीं होगी खरीद-बिक्री,
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1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश सरकार ने जमीन और संपत्ति की खरीद-बिक्री को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए रजिस्ट्री प्रक्रिया में नई व्यवस्था लागू की है। अब रजिस्ट्री के समय खरीदार और विक्रेता दोनों के मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड (OTP) भेजा जाएगा और उनकी पहचान उसी के आधार पर सत्यापित की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य फर्जी दस्तावेजों और जालसाजी की संभावना को पूरी तरह समाप्त करना है। अधिकारियों का कहना है कि इस नई व्यवस्था से संपत्ति के वास्तविक मालिक और लेन-देन की सत्यता सुनिश्चित होगी, जिससे धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी।
मोबाइल OTP से सत्यापन अनिवार्य नई व्यवस्था के अनुसार संपत्ति रजिस्ट्री के दौरान खरीदार और विक्रेता दोनों के मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाएगा। केवल OTP सत्यापन के बाद ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी होगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि लेन-देन में शामिल व्यक्ति वास्तविक हैं और कोई तीसरा पक्ष फर्जी दस्तावेजों के जरिए हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
कृषि भूमि के लिए विशेष नियम कृषि भूमि की रजिस्ट्री के लिए और भी सख्त नियम लागू किए गए हैं। अब पंजीयन के दौरान ग्राम कोड और खतौनी का विवरण दर्ज करना अनिवार्य होगा। पंजीयन अधिकारी इस जानकारी को ऑनलाइन डेटाबेस से सत्यापित करेंगे। इससे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री कराने की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
पैन कार्ड की वैधता की जांच नई प्रक्रिया में पैन कार्ड की तुरंत वैधता जांच भी की जाएगी। रजिस्ट्री स्थल पर पैन कार्ड को आयकर विभाग के डेटाबेस से सत्यापित किया जाएगा। यह कदम बड़े लेन-देन में होने वाली धोखाधड़ी को रोकने में कारगर साबित होगा।
यह कदम क्यों जरूरी है पिछले कुछ वर्षों में लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में फर्जी दस्तावेजों और जालसाजी के जरिए संपत्ति की रजिस्ट्री के कई मामले सामने आए। कई बार बिना मालिक की जानकारी के उनकी जमीन बेच दी गई या फर्जी पहचान पत्रों का उपयोग कर रजिस्ट्री कराई गई। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह कड़ा कदम उठाया है।
जनता से अपील पंजीयन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे रजिस्ट्री से पहले अपने सभी दस्तावेज तैयार रखें, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, खतौनी और ग्राम कोड। साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि उनका मोबाइल नंबर पंजीकृत और सक्रिय हो, ताकि OTP सत्यापन में कोई परेशानी न आए।