अयोध्या, काशी के बाद अब संभल की बारी… योगी सरकार ने 600 करोड़ से खोला खजाना,
चमक उठेंगे प्राचीन तीर्थ
6 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संवारने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। शासन ने चतुर्मुख कूप, यम तीर्थ और पिशाच मोचन तीर्थ के पुनरुद्धार के लिए 600 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। इसमें से 100 करोड़ रुपये वंदन योजना के तहत दिए गए हैं। कुल पांच तीर्थों के लिए बजट पास किया गया है, जिनमें से तीन का कार्य पूरा हो चुका है और शेष दो पर तेजी से काम जारी है। इस योजना से जिले की धार्मिक पहचान को नई ताकत मिलने के साथ ही पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्राचीनता और महत्व से जुड़े ये तीर्थ स्थल
संभल का चतुर्मुख कूप, यम तीर्थ और पिशाच मोचन तीर्थ अपनी प्राचीनता और धार्मिक महत्व के लिए पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध हैं। चतुर्मुख कूप अनोखे वास्तुशिल्प और पौराणिक कथाओं से जुड़ा है। वहीं यम तीर्थ और पिशाच मोचन तीर्थ पितृ तर्पण और मुक्ति से जुड़े अनुष्ठानों के लिए खास माने जाते हैं। इनका पुनरुद्धार न केवल आस्था को मजबूती देगा बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ाएगा।
बजट और विकास कार्य
सरकार ने वंदन योजना के तहत 100 करोड़ रुपये और अतिरिक्त 500 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। कुल 600 करोड़ रुपये से इन तीर्थों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। योजना के तहत सड़क, प्रकाश, स्वच्छता और श्रद्धालुओं के लिए विश्राम स्थल जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
पुनरुद्धार की प्रगति और लोगों की उम्मीदें
पांच में से तीन तीर्थों का जीर्णोद्धार पूरा हो चुका है। चतुर्मुख कूप और यम तीर्थ में मरम्मत, सफाई और सौंदर्यीकरण का काम समाप्त हो गया है। पिशाच मोचन तीर्थ पर कार्य तेजी से चल रहा है। शेष दो तीर्थों के लिए बजट स्वीकृत है और इन्हें समय पर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
स्थानीय निवासी रामेश्वर सिंह ने कहा कि इस पहल से धार्मिक आस्था और मजबूत होगी, वहीं पर्यटन से रोजगार भी बढ़ेगा। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल शर्मा के अनुसार, श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से स्थानीय व्यापारियों को भी फायदा होगा।
प्रशासन की सख्त निगरानी
जिला प्रशासन ने काम की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विशेष समिति बनाई है। जिलाधिकारी का कहना है कि लक्ष्य है कि संभल के तीर्थ स्थल अपनी सुंदरता और सुविधाओं के लिए पूरे देश में पहचान बनाएं।
धार्मिक पर्यटन को नई दिशा
यह पहल न केवल संभल बल्कि पूरे प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम है। इन तीर्थों का विकास स्थानीय संस्कृति को संजोएगा और उत्तर प्रदेश को आध्यात्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने में मदद करेगा।