UP SIR अभियान में बड़ा संकट: मेरठ–मुजफ्फरनगर–सहारनपुर से BLO,
की जमीनी रिपोर्टों ने बढ़ाई चिंता
9 days ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान तेजी से चल रहा है, लेकिन मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर से आई BLO की जमीनी रिपोर्टें कई चिंताएं बढ़ा रही हैं। कहीं घरों में ताले मिले, कहीं लोग फॉर्म लेकर लौटे ही नहीं, तो कहीं सुरक्षा की वजह से महिला BLO को परेशानी उठानी पड़ रही है। कई क्षेत्रों में जनसहयोग कम है और काम समय पर पूरा करना BLO के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। लगातार दबाव और कठिन परिस्थितियों में काम करने के कारण कई BLO मानसिक तनाव झेल रहे हैं। अभियान की धीमी रफ्तार ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
मेरठ: लोग शिफ्ट, फॉर्म मैच न होना और धीमा काम मेरठ के ढोलकी मोहल्ला में BLO यशपाल सिंह ने बताया कि यहां के कई लोग अब दूसरी जगह रहने चले गए हैं। घरों पर दस्तक देने पर लोग मिल ही नहीं रहे। कई फॉर्म नाम से मैच नहीं हो पा रहे, जिससे संशोधन कार्य रुक रहा है। सदर दाल मंडी क्षेत्र के BLO अनिल कुमार के अनुसार कई लोग फॉर्म लेकर वापस नहीं कर रहे। साथ ही शादीशुदा युवतियों के वोटर कार्ड को उनके पुराने जिलों या राज्यों से मैच करने में भी बड़ी मुश्किलें आ रही हैं।
महिला BLO की बड़ी समस्या: सुरक्षा की कमी कई महिला BLO ने बताया कि कुछ क्षेत्रों में अकेले जाकर फॉर्म बांटना और इकट्ठा करना असुरक्षित महसूस होता है। कई महिलाएं अपने पति या भाई को साथ लेकर जाती हैं। कुछ मामलों में husbands ने ऑफिस से छुट्टी तक ली ताकि वे अपनी पत्नी का साथ दे सकें। इससे उनका भी काम प्रभावित होता है और अभियान की गति काफी धीमी हो जाती है।
मुजफ्फरनगर: मुस्लिम क्षेत्रों में तेजी, हिंदू क्षेत्रों में सुस्ती मुजफ्फरनगर के BLO की रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम बहुल इलाकों में लोग वोटर सूची अपडेट कराने में काफी सक्रिय हैं। दूसरी ओर, हिंदू बहुल क्षेत्रों में लोग उदासीन दिख रहे हैं, जिसके कारण काम की गति पर सीधा असर पड़ रहा है।
सहारनपुर: भारी सरकारी दबाव, कम जनसहयोग सहारनपुर के BLO ने बताया कि सरकार और प्रशासन की ओर से समय सीमा में काम पूरा करने का कड़ा दबाव है। लेकिन घरों में पहुंचने पर लोग टालमटोल करते हैं—कभी शाम को आने को कहते हैं, कभी अगले दिन। इससे पूरा दिन निकल जाता है और लक्ष्य पूरा करना मुश्किल हो जाता है।
कम पढ़े-लिखे लोगों की वजह से रुक रही रफ्तार तीनों जिलों के BLO मानते हैं कि कम साक्षरता सबसे बड़ी चुनौती है। जहां एक फॉर्म कुछ मिनटों में भर जाना चाहिए, वहीं कम पढ़े-लिखे परिवारों में यह काम घंटों ले लेता है। कई बार BLO को खुद फॉर्म भरना पड़ता है, जिससे अभियान की गति काफी प्रभावित हो रही है।