UP में ड्रग माफिया पर अब तक का सबसे बड़ा एक्शन… 128 FIR, 35 गिरफ्तार,
3.5 लाख से ज्यादा बोतलें जब्त
2 days ago Written By: संदीप शुक्ला
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में नशीली कोडीन मिक्स कफ सिरप की अवैध बिक्री और तस्करी के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश पर सरकार ने इस पूरे मामले की गहराई से जांच के लिए SIT बनाने का फैसला किया है। सोमवार को लखनऊ में गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, डीजीपी राजीव कुमार कृष्ण और FSDA कमिश्नर रौशन जैकब ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अब तक की कार्रवाई का पूरा ब्योरा दिया। अधिकारियों का कहना है कि ड्रग माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत यह ऑपरेशन अब और तेज होगा और पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जाएगा।
128 FIR और 3.5 लाख बोतलें जब्त पिछले दो महीनों से बड़े पैमाने पर सबूत जुटाने के बाद पुलिस और FSDA ने संयुक्त कार्रवाई शुरू की। राज्यभर में छापेमारी के दौरान 3.5 लाख से ज्यादा कोडीन मिक्स कफ सिरप की बोतलें जब्त की गईं। अब तक 128 एफआईआर दर्ज हुई हैं और 35 लोगों की गिरफ्तारी की गई है, जिनमें कई बड़े सप्लायर, स्टॉकिस्ट और नेटवर्क चलाने वाले आरोपी शामिल हैं। गाजियाबाद में 4 ट्रकों में भरी कफ सिरप की खेप पकड़ी गई, जबकि एक अन्य जिले में भी एक ट्रक जब्त हुआ। प्रमुख आरोपी भोला जयसवाल, राणा और सौरभ त्यागी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बाकी दो बड़े आरोपियों पर भी जल्द बड़ी कार्रवाई की बात कही गई है।
अन्य नशीली दवाओं पर भी एक्शन जारी कोडीन के अलावा ट्रामाडोल और एक्ट्राजोलम जैसी नशीली दवाओं की अवैध बिक्री में भी कई जगहों पर कार्रवाई की गई है। 40 से ज्यादा जिलों में थोक और रिटेल व्यापारियों की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने साफ किया कि छोटे व्यापारियों को राहत दी गई है, कार्रवाई केवल उन्हीं पर हुई है जो बिना दस्तावेज बड़े स्तर पर सप्लाई कर रहे थे। FSDA ने बताया कि फैंसीडिल सिरप बनाने वाली 3B और ग्लोबिन फार्मा जैसी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों की भी जांच की गई है। सप्लाई चैन के चार प्रमुख रूट चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की गई।
अंतरराष्ट्रीय तस्करी का सुराग जांच में यह भी सामने आया है कि यह नशीला कफ सिरप बांग्लादेश और नेपाल तक तस्करी किया जा रहा था। इसके फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ED भी मामले में शामिल हो गया है। प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने बताया कि आईजी की अध्यक्षता में SIT पूरे केस को आगे देखेगी और नेटवर्क के हर लिंक की पहचान करेगी।
DGP का बयान- ड्रग माफिया का होगा सफाया डीजीपी राजीव कुमार कृष्ण ने कहा कि मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी नशीली दवा की तस्करी पर किसी तरह की ढिलाई नहीं होगी। SIT पूरे नेटवर्क को उखाड़ फेंकेगी। इससे पहले भी 2023-24 में ऐसे ही रैकेट का खुलासा हुआ था, लेकिन इस बार का ऑपरेशन उससे कई गुना बड़ा और व्यापक है। अधिकारियों का कहना है कि जांच आगे बढ़ते ही और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। इसे नशे के कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी चोट माना जा रहा है।