यूपी एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, फेंसिडिल सिरप तस्करी मामले में सप्लायर अमित टाटा गिरफ्तार;
पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने दी सफाई और की CBI जांच की मांग
1 months ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कोडीन युक्त फेंसिडिल कफ सिरप और अन्य नशीली दवाओं की बड़े पैमाने पर हो रही अवैध तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए प्रमुख सप्लायर अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा को गिरफ्तार कर लिया है। अमित टाटा का नाम पूर्वांचल के एक बाहुबली नेता के करीबी के रूप में सामने आया है। उसकी धनंजय सिंह के साथ तस्वीरें वायरल होने के बाद राजनीतिक विवाद और बढ़ गया। इस बीच आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस पूरे मामले में जौनपुर के पूर्व सांसद की भूमिका की जांच कराने की मांग की थी। अब धनंजय सिंह ने चुप्पी तोड़ते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।
अमित टाटा की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा विवाद
यूपी एसटीएफ ने फेंसिडिल और अन्य नशीली दवाओं की बड़े स्तर पर सप्लाई करने वाले अमित टाटा को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि वह एक बाहुबली नेता का करीबी है और उसके खिलाफ पहले भी कई आरोप लग चुके हैं। टाटा की गिरफ्तारी के बाद उसकी धनंजय सिंह के साथ कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिसके बाद मामला राजनीतिक रूप से गरमा गया।
धनंजय सिंह ने X पर दी सफाई
पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने शनिवार को अपने X अकाउंट पर एक लंबा पोस्ट लिखकर कहा कि उनके राजनीतिक विरोधी फर्जी और भ्रामक तथ्य फैलाकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला वाराणसी से जुड़ा है और विपक्षी दल पीएम मोदी की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से अफवाहें फैला रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार इस मामले की गहन जांच करा रही है और सच जल्द सामने आएगा।
सीबीआई जांच की मांग पर जोर
अपने पोस्ट में धनंजय सिंह ने कहा कि यह अंतरराज्यीय मामला है, इसलिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी और झूठे आरोप लगाने वालों की सच्चाई भी सामने आएगी।
अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी को लिखा पत्र
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस मामले में यूपी डीजीपी को पत्र लिखकर जौनपुर के पूर्व सांसद की भूमिका की जांच की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि शुभम जायसवाल के पीछे अमित टाटा और उसके पीछे धनंजय सिंह का हाथ है। इस आरोप के बाद मामले में राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है।