VDO भर्ती घोटाला: EOW ने की बड़ी कार्रवाई, 6 और आरोपी गिरफ्तार,
अब तक 21 लोग सलाखों के पीछे
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
उत्तर प्रदेश में 2018 में आयोजित ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भर्ती परीक्षा में हुई भारी धांधली को लेकर आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) की कार्रवाई लगातार जारी है। शुक्रवार को EOW ने छह और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें दलालों के साथ वे अभ्यर्थी भी शामिल हैं जिन्होंने सीधे इस घोटाले में हिस्सा लिया था। इससे पहले 15 आरोपी जेल भेजे जा चुके थे और अब कुल गिरफ्तारियों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। इस मामले में पेपर लीक, OMR शीट में नंबर बढ़ाने और अधिकारियों की मिलीभगत जैसे बड़े खुलासे हो चुके हैं।
2018 में TCS के जरिए कराई गई थी परीक्षा 2018 में UPSSSC ने ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक के 1953 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा TCS के माध्यम से कराई गई थी। परीक्षा के तुरंत बाद पेपर लीक और OMR शीट में हेराफेरी जैसी गंभीर शिकायतें सामने आईं। अनियमितताएँ साबित होने के बाद आयोग को पूरी परीक्षा निरस्त करनी पड़ी।
OMR में नंबर बढ़ाने का खेल, 173 लोग आए थे जांच के दायरे में जांच में पता चला कि आयोग के तत्कालीन अधिकारी, कुछ TCS कर्मचारी, बाहरी संस्थान, दलाल और कई अभ्यर्थियों ने मिलकर अपात्र उम्मीदवारों को मनचाहे नंबर दिलाए। इस खेल में योग्य अभ्यर्थियों को नुकसान हुआ और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आया। EOW की जांच में 173 लोगों की भूमिका संदिग्ध पाई गई। इसके बाद एसआईटी ने विभूतिखंड थाने में FIR दर्ज की। FIR में IPC की धाराएँ 467, 468, 471, 477A और 120B शामिल की गईं।
EOW ने पकड़े 6 नए आरोपी EOW ने शुक्रवार को ऑपरेशन शिकंजा के तहत छह और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान—
कुलदीप कुमार
अजय कुमार यादव
सूर्य प्रकाश सिंह
रिंकू यादव
निदेश गंगवार
सर्वेश कुमार
गिरफ्तारी के बाद सभी को जेल भेज दिया गया है। EOW का कहना है कि घोटाले में शामिल हर व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जांच जारी, और भी गिरफ्तारियाँ संभव अधिकारियों का मानना है कि यह घोटाला बहुत बड़े नेटवर्क से जुड़ा है। तकनीकी कर्मचारियों, दलालों और अभ्यर्थियों की मिलीभगत से इस भर्ती प्रक्रिया को भ्रष्ट किया गया। EOW आगे भी छापेमारी और गिरफ्तारी की कार्रवाई जारी रखेगी।