UP में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सपा का बड़ा आरोप:
“हजारों नाम गायब, फॉर्म गायब… लोकतंत्र के साथ खिलवाड़”
7 days ago Written By: Aniket Prajapati
उत्तर प्रदेश में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर समाजवादी पार्टी ने गंभीर सवाल उठाए हैं। सपा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार और चुनाव आयोग पूरी प्रक्रिया को पारदर्शिता से नहीं चला रहे। पार्टी का कहना है कि बाराबंकी से लेकर प्रयागराज तक बड़ी संख्या में मतदाताओं के गणना प्रपत्र गलत तरीके से सबमिट, कई जगह फॉर्म गायब और सैकड़ों मतदाताओं के नाम सूची से अचानक हटाए जा रहे हैं। सपा ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ बताते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर तत्काल जांच, फॉर्मों की पुनः पड़ताल और जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बाराबंकी में बीएलओ पर आरोप—प्रपत्र गलत सबमिट, फॉर्म एडिट नहीं किए गए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा को भेजे पत्र में दावा किया कि बाराबंकी जिले में बीएलओ ने अधिकांश मतदाताओं के गणना प्रपत्रों को बिना जांच के गलत तरीके से थर्ड ऑप्शन में सबमिट कर दिया। सपा का कहना है कि मतदाताओं ने वर्ष 2003 की सूची से संबंधित अपने दस्तावेज और जानकारी सही तरीके से उपलब्ध कराई थी, फिर भी बीएलओ ऐप में एडिट विकल्प मौजूद होने के बावजूद फॉर्मों में सुधार नहीं किया गया। पार्टी ने सभी प्रपत्रों की दोबारा जांच और संशोधन की मांग की है।
प्रयागराज में 805 नाम गायब—सपा बोली, “यह गंभीर अनियमितता” सपा ने प्रयागराज में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि शहर पश्चिमी विधानसभा के मतदेय स्थल संख्या 211 से 805 मतदाता सूची से लापता हो गए। 2003 की सूची में यहां 1501 मतदाता दर्ज थे, लेकिन नई अपलोड की गई सूची में सिर्फ 696 नाम दिखाई दे रहे हैं। पार्टी ने इसे गंभीर अनियमितता बताते हुए सभी गायब नामों को तत्काल खोजकर सूची में बहाल करने की मांग की।
भदोही: 154 प्रपत्र गायब—न अपलोड हुए, न ऑफिस में मिले भदोही विधानसभा के मतदेय स्थल संख्या 22 और 23 पर भी भारी लापरवाही सामने आई है। सपा का कहना है कि मतदाताओं द्वारा जमा किए गए 154 गणना प्रपत्र न तो अपलोड हुए हैं और न ही ERO कार्यालय में मौजूद हैं। पार्टी ने इन फॉर्मों को तुरंत खोजकर अपलोड कराने की मांग की है।
मिर्जापुर और रायबरेली में भी गड़बड़ियों के आरोप सपा का आरोप है कि मिर्जापुर में कई केंद्रों पर पार्टी समर्थक मतदाताओं को प्रपत्र दिए ही नहीं जा रहे और उन्हें सीधे लापता श्रेणी में डाल दिया गया है। वहीं रायबरेली के ऊंचाहार क्षेत्र में मतदाताओं को रिसीविंग न मिलने से भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
बुलंदशहर में मामला और गंभीर—“फॉर्म भाजपा नेता को सौंप दिए गए” सपा ने सबसे गंभीर आरोप बुलंदशहर में लगाया है। पार्टी का कहना है कि मतदेय स्थल संख्या 2 और 6 पर बीएलओ ने सपा समर्थकों के फॉर्म न तो सबमिट किए और न ही सुरक्षित रखे, बल्कि उन्हें कथित तौर पर एक भाजपा नेता को सौंप दिया। पार्टी ने इसे लोकतंत्र के साथ खुला खिलवाड़ बताते हुए तुरंत कठोर कार्रवाई की मांग की है।
सपा की मांग—“तत्काल जांच हो, नाम बहाल हों, लापरवाही पर कार्रवाई हो” समाजवादी पार्टी ने साफ कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण एक अत्यंत संवेदनशील प्रक्रिया है और इसमें लापरवाही लोकतंत्र की बुनियाद को कमजोर करती है। पार्टी ने सभी जिलों में हो रही गड़बड़ियों की तत्काल जांच, गायब नामों को दोबारा सूची में जोड़ने, सभी प्रपत्रों की पुनः पड़ताल, और जिम्मेदार अधिकारियों व बीएलओ पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।