अमेरिका ने दिल्ली धमाके की जांच की सराहना की;
कहा — हमला निश्चित रूप से आतंकी था
1 months ago Written By: अनिकेत प्रजापति
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट के बाद अमेरिका ने भारत के जांच कार्य की खुले तौर पर तारीफ की है। G7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की मुलाकात में रुबियो ने कहा कि यह विस्फोट ‘निश्चित रूप से एक आतंकवादी हमला’ था। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने मदद की पेशकश की है, लेकिन भारतीय सुरक्षा एजेंसियाँ इस तरह की जाँच करने में सक्षम हैं। इस हमले में कम से कम 12 लोग मारे गए और कई घायल हुए; मामले की संवेदनशीलता के कारण भारत ने सावधानी और पेशेवर तरीके से जांच करने पर जोर दिया है।
रुबियो हमला आतंकी और भारत की कार्रवाई संतुलित रुबियो ने पत्रकारों से कहा कि दिल्ली धमाका एक्सप्लोजिव से भरी कार के इस्तेमाल का मामला है और यह सीधे तौर पर आतंकी हमला माना जा रहा है। उन्होंने जयशंकर से चर्चा में भारतीय जांच की ‘संतुलित, सावधानीपूर्ण और पेशेवर’ प्रकृति की तारीफ की। रुबियो ने कहा कि अमेरिका ने समर्थन की पेशकश की है, परंतु भारतीय संस्थाएँ मदद के बिना भी मामले की गहन जाँच कर सकती हैं। जयशंकर ने भी अपने सोशल मीडिया पोस्ट में रुबियो की संवेदना की सराहना की है।
बातचीत में अन्य मुद्दों पर भी हुई चर्चा
जयशंकर ने G7 बैठक के दौरान कई देशों के विदेश मंत्रियों से भी बैठकें कीं। बातचीत में व्यापार, सप्लाई चेन और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे विषय भी चर्चा में रहे। रुबियो और जयशंकर की मुलाकात के बाद दोनों ने दिल्ली धमाके में हुई जानहानि पर दु:ख व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई।
क्षेत्रीय तनाव और पाकिस्तान की टिप्पणी
धमाके के बाद क्षेत्रीय माहौल तनावग्रस्त हो गया। इसी दिन पाकिस्तान में भी एक आत्मघाती हमले की खबर आई, और वहां के प्रधानमंत्राी शहबाज शरीफ ने घटना का आरोप भारत पर लगाने की कोशिश की, जबकि उस हमले को पाकिस्तान स्थित एक आतंकी समूह ने जिम्मेदार बताया था। भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को निराधार करार दिया और कहा कि ऐसे बयान गैर-जिम्मेदाराना हैं। रुबियो ने आशंका जताते हुए कहा कि तनाव की संभावना से अवगत हैं, लेकिन भारत की प्रतिक्रिया अभी तक संतुलित रही है।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन और दूतावास की संवेदनाएं
घटना के बाद अमेरिकी दूतावास और कई देशों ने भारत के प्रति समर्थन व्यक्त किया। अमेरिकी राजदूत ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। भारतीय सुरक्षा बलों ने भी मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और आवश्यक जानकारी साझा करने का भरोसा दिया है।