वाराणसी में सनबीम स्कूल के टीचर की हत्या, ईंट और रॉड से बेरहमी से पीटा…
मौत तक चली मारपीट, जानें क्या है पूरा विवाद
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वाराणसी में गुरुवार रात दिल दहला देने वाली घटना हुई जब सनबीम स्कूल के शिक्षक डॉ. प्रवीण झा की कार पार्किंग विवाद के चलते बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना भेलूपुर थाना क्षेत्र के कबीरनगर स्थित मातृ छाया अपार्टमेंट में हुई। 48 वर्षीय डॉ. झा अपने परिवार के साथ रहते थे और भगवानपुर स्थित स्कूल में पढ़ाते थे। बाजार से लौटते ही उन्होंने अपनी कार अपार्टमेंट के बेसमेंट में खड़ी की, तभी कुछ लोगों ने पार्किंग को लेकर आपत्ति जताई। इस मामूली विवाद ने जानलेवा रूप ले लिया और शिक्षक की बेरहमी से पिटाई कर दी गई।
लोहे की रॉड और ईंट से किया हमला
शुरुआत में डॉ. झा ने कार हटाने के लिए सहमति जताई, लेकिन उसी समय उनके और दो लोगों प्रवीण कुमार झा और आदर्श सिंह के बीच कहासुनी बढ़ गई। देखते ही देखते हाथापाई हुई और आरोपियों ने शिक्षक को लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद पास रखी ईंट से सिर पर वार किया और फिर आरोपी ने लोहे की रॉड उठाकर लगातार वार किए। डॉ. झा अचेत होकर जमीन पर गिर गए और आरोपियों ने उन्हें तब तक पीटा जब तक उनकी सांसें थम नहीं गईं।
सिर पर गंभीर चोटें और अस्पताल में मौत
शोर-शराबा सुनकर परिजन और अपार्टमेंट के अन्य लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो चुके थे। परिजन उन्हें तुरंत लाइफ हॉस्पिटल ले गए, जहां से बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। डॉक्टरों ने सिर पर गंभीर चोटों के कारण उनकी मौत की पुष्टि की।
पुलिस ने की कार्रवाई
भेलूपुर एसीपी गौरव कुमार और पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। परिजनों की तहरीर के आधार पर रात भर दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसीपी गौरव कुमार ने बताया कि यह मामला पूरी तरह पार्किंग विवाद से जुड़ा है और आरोपी पहले से ही झगड़ालू प्रवृत्ति के थे। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवार और इलाके में शोक
इस दर्दनाक घटना से इलाके में डर और चिंता फैल गई है। परिजन रो-रोकर बुरा हाल है और उनका कहना है कि डॉ. प्रवीण झा शांत और मिलनसार स्वभाव के थे। उनका अचानक और हिंसक रूप से जाना परिवार और छात्रों के लिए गहरा आघात है। लोग यह सोच रहे हैं कि केवल कार पार्किंग जैसे मामूली विवाद पर किसी की जान लेना कितना गलत और अस्वीकार्य है।