काशी में बड़े एक्शन की तैयारी: 6 मस्जिदें और 189 दुकानें बुलडोजर की जद में,
CRPF-RAF तैनात, कभी भी शुरू हो सकता है ऑपरेशन
1 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वाराणसी के पुराने और भीड़भाड़ वाले इलाके दालमंडी में सड़क चौड़ीकरण का काम अब तेज हो गया है। शुक्रवार सुबह से प्रशासन ने CRPF, RAF और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में बुलडोजर एक्शन की शुरुआत कर दी। दालमंडी को पूर्वांचल का सबसे बड़ा मुस्लिम बाजार माना जाता है और यहां की सड़क को 10 मीटर चौड़ा किया जाना है। यह परियोजना सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश और राज्य कैबिनेट की मंजूरी के बाद शुरू की गई है। बाबा विश्वनाथ धाम तक तीर्थयात्रियों की सीधी और सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 200 करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट तैयार हुआ है।
बुलडोजर की जद में आ रही हैं 189 दुकानें और 6 मस्जिदें
इस सड़क चौड़ीकरण अभियान के तहत दालमंडी की 650 मीटर लंबी सड़क को चौड़ा किया जाएगा। इस दौरान करीब 189 दुकानों और 6 पुरानी मस्जिदों को हटाया जाना है। बारिश की वजह से काम में थोड़ी देरी जरूर हुई, लेकिन अब सीएम के विशेष निर्देश के बाद काम में तेजी लाई जा रही है। प्रशासन ने चौक क्षेत्र तक सड़क को चौड़ा करने की योजना बनाई है, जिससे वाराणसी में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।
विरोध और अलर्ट के बीच चला फ्लैग मार्च
जुमे की नमाज को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है। मुस्लिम व्यापारियों और स्थानीय लोगों के विरोध की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया और फ्लैग मार्च भी किया गया। पुलिस, RAF और CRPF की तैनाती से माहौल पूरी तरह नियंत्रण में बना हुआ है।
मुआवजे की प्रक्रिया शुरू
प्रशासन का कहना है कि जिन दुकानों और इमारतों को हटाया जा रहा है, उनके लिए मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लेकिन स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में इस बदलाव को लेकर चिंता है। मस्जिदों के हटने को लेकर भी कुछ लोगों ने नाराजगी जताई है। वहीं प्रशासन का मानना है कि यह योजना तीर्थ और पर्यटन दोनों के लिहाज से काशी के लिए फायदेमंद साबित होगी।
परियोजना का मकसद: तीर्थयात्रियों के लिए आसान रास्ता
इस प्रोजेक्ट के पूरे हो जाने के बाद बाबा विश्वनाथ धाम तक लोगों की पहुंच आसान हो जाएगी। संकरी गलियों और जाम से जूझने वाले श्रद्धालुओं को अब खुला और सीधा रास्ता मिलेगा। प्रशासन का कहना है कि विकास के साथ-साथ स्थानीय लोगों की भावनाओं का भी सम्मान किया जाएगा। हालांकि, सामाजिक और धार्मिक संतुलन बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना रहेगा।