वाराणसी में वन विभाग के सामने से भागा तेंदुआ, 100 लोगों की टीम जाल-पिंजरा लगाकर देखती रह गई,
अब लखनऊ की टीम से मांगी गई मदद
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वाराणसी के चिरईगांव इलाके में शुक्रवार सुबह से तेंदुए की दहशत फैली हुई है। पूरे दिनभर की तलाश और सर्च ऑपरेशन के बाद भी तेंदुआ पकड़ में नहीं आया है। गाजीपुर, मिर्जापुर, जौनपुर, चंदौली और वाराणसी की वन विभाग की टीमें लगातार जुटी हैं। पुलिस के जवान भी इस ऑपरेशन में लगे हुए हैं। शुक्रवार शाम तेंदुआ को आखिरी बार तेजी से भागते हुए कामाख्या नगर कॉलोनी के पास झाड़ियों में देखा गया था।
गांव-गांव मुनादी कर लोगों को किया जा रहा अलर्ट
बता दें कि शनिवार सुबह से उसकी कोई लोकेशन सामने नहीं आई है। वन विभाग गांव-गांव जाकर मुनादी करवा रहा है। लोगों को अलर्ट रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। तेंदुए ने अब तक तीन लोगों पर हमला किया है। तीनों घायलों का इलाज मंडलीय अस्पताल में चल रहा है। वन विभाग ने जाल और पिंजरा लगाया है। ट्रैंक्विलाइज़र गन लखनऊ से मंगाई जा रही है। अधिकारी स्वाति सिंह ने बताया कि सर्च ऑपरेशन का दायरा और बढ़ाया जाएगा। गांववालों से अपील की गई है कि वे तेंदुए को खुद पकड़ने की कोशिश न करें। जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकलें। वहीं आसपास पुलिस बल तैनात है।
फूल तोड़ रहे युवक पर तेंदुए ने किया हमला
दरअसल, शुक्रवार सुबह तेंदुए ने फूल तोड़ रहे युवक पर हमला कर दिया था। नवापुरा गांव के अमित मौर्य पर तेंदुए ने अचानक झपट्टा मारा। उसने पीठ, पेट और हाथ को बुरी तरह से नोच डाला। गांववालों ने लाठी फटकार कर उसे बचाया और अस्पताल पहुंचाया। अमित ने तेंदुए को झाड़ियों में देखा था। उसने गांववालों को फोन कर बुलाया। जैसे ही उसने डंडे से हमला किया तेंदुआ भड़क गया और उस पर टूट पड़ा। लोग पहले डरकर भाग गए फिर शोर मचाकर तेंदुए को भगाया गया। तेंदुआ भागते हुए रिहायशी इलाके में घुस गया।
गांव वालों से अकेले बाहर न निकलने की गई अपील
गांव के लोगों से अपील की गई है कि वे अकेले बाहर न जाएं। महिलाएं और बच्चे घर में ही रहें। जानवरों को घर के पास न बांधे। बचा हुआ खाना खुले में न फेंकें। रात में बाहर निकलते समय गाना गाएं या मोबाइल पर आवाज करें ताकि तेंदुआ डरकर भाग जाए।
वन विभाग के पास नहीं थे पर्याप्त संसाधन
वन विभाग ने माना कि उनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे। वाराणसी में तुरंत जाल लगाने की सुविधा नहीं थी। सूचना मिलने के तीन घंटे बाद गाजीपुर से जाल मंगाया गया। अब गांव के पास दो किलोमीटर क्षेत्र में जाल बिछाया जा रहा है। आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। तेंदुए की तलाश लगातार जारी है, हालांकी अब तक वह पकड़ में नहीं आया है।