वाराणसी में शिलापट्ट पर लागत नहीं देख भड़के महापौर,
जेई से पूछा- क्या आप काम संभाल सकते हैं जब लागत ही पता नहीं?
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Mayor Ashok Tiwari: वाराणसी के महापौर अशोक कुमार तिवारी ने नगर निगम के निर्माण विभाग के जेई और एई को शिलापट्ट पर कार्य की लागत न दिखाए जाने पर कड़ी फटकार लगाई है। यह घटना वार्ड नंबर 99, गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन (पीलीकोठी) के शेड के शिलान्यास के दौरान सामने आई। महापौर ने साफ कहा कि जब अधिकारी खुद यह नहीं जानते कि कितना काम हो रहा है और उसकी लागत क्या है, तो वे काम करने लायक हैं या नहीं, यह बड़ा सवाल है।
गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का शिलान्यास
महापौर अशोक तिवारी ने बताया कि वाराणसी के बंधू कच्चीबाग इलाके में 3.5 करोड़ रुपये की लागत से बड़े गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण कराया जा रहा है। इस पर शीघ्र ही शेड का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। यहां से आसपास के इलाकों से कूड़ा लाया जाएगा और उसे तुरंत करसड़ा प्लांट भेजा जाएगा, जिससे कूड़ा प्रबंधन में सुधार होगा।
जेई और एई को कड़ी फटकार
शिलान्यास के दौरान शिलापट्ट पर कार्य योजना की लागत न होने पर महापौर अशोक तिवारी ने जेई सुखपाल सिंह (आदमपुर जोन) और एई अगम कटियार को जमकर फटकार लगाई। महापौर ने कहा कि कल तक हर हाल में शिलापट्ट पर लागत अंकित करवा दी जाए, चाहे खुदवाकर ही क्यों न हो। महापौर ने जेई से पूछा कि क्या आपको कार्य की लागत पता नहीं थी? आप कब तक यह काम कर रहे हैं और यह जानकारी आपको क्यों नहीं है? जब आपको काम की लागत का पता ही नहीं है तो क्या आप काम करने लायक हैं? इसके बाद एई अगम कटियार को भी कड़ी नसीहत दी गई और कहा कि आकलन पर ही दुनिया चलती है, बजट भी उसी आधार पर बनता है। आपको पता है कि यह प्रोजेक्ट साढ़े तीन करोड़ का है या नहीं?
शिलापट्ट सही करवाने की कवायद
महापौर की कड़ी चेतावनी के बाद अधिकारी शिलापट्ट पर सही लागत अंकित करवाने में जुट गए हैं। इस मामले ने पूरे क्षेत्र में चर्चा को जन्म दिया है। अधिकारी अब जल्द से जल्द शिलापट्ट पर सही कार्य योजना लागत लिखवाने के प्रयास कर रहे हैं, ताकि जनता के बीच पारदर्शिता बनी रहे।