वाराणसी में परफॉर्मेंस रिव्यू में 145 दरोगा फेल, 6 बने स्टार परफॉर्मर,
जानें रिपोर्ट के एक-एक खुलासे डिटेल में
1 months ago
Written By: STATE DESK
Varanasi Police Review: उत्तर प्रदेश में कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद पहली बार वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में तैनात सब-इंस्पेक्टरों (दरोगाओं) का परफॉर्मेंस रिव्यू किया गया है। इस समीक्षा में कुल 589 दरोगा शामिल हुए, जिनके कामकाज को अंक आधारित प्रणाली के तहत परखा गया। हैरान करने वाली बात ये रही कि इनमें से 145 दरोगा फेल हो गए, जबकि 6 दरोगाओं को स्टार परफॉर्मर घोषित किया गया है। हालांकि इन आकड़ो के सामने आने के बाद महकमे की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं।
खुल गई कई की पोल, बुनियादी जानकारी भी नहीं
इस मामले पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि, परफॉर्मेंस रिव्यू में 145 दरोगा ऐसे पाए गए जो 75 में से 25 अंक भी हासिल नहीं कर सके, यानी वे न्यूनतम आवश्यक 33% अंक भी नहीं ला पाए। वहीं इनमें से कई दरोगा तो प्राथमिक वर्किंग से भी अनजान निकले। रिपोर्ट के मुताबिक 100 दरोगाओं को पब्लिक डीलिंग नहीं आती। वहीं 50 से ज्यादा दरोगा जांच रिपोर्ट लिखने में भी असमर्थ हैं। जिसके बाद इन सभी को एक महीने के लिए पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है, जहां उन्हें कामकाजी प्रशिक्षण, परेड और फुट पेट्रोलिंग कराई जाएगी।
444 दरोगाओं ने पाए संतोषजनक अंक
मिली जानकारी के मुताबिक रिव्यू में शामिल 589 में से 444 दरोगाओं का प्रदर्शन संतोषजनक पाया गया है। इनके कार्य में अपेक्षित दक्षता और व्यवहारिकता देखी गई है। इन्हें फिलहाल अपनी वर्तमान तैनाती पर ही काम जारी रखने की अनुमति दी गई है।
6 दरोगा बने 'स्टार परफॉर्मर', मिलेगा पुरस्कार
इन ख़राब आकड़ों के बीच 6 दारोगा ऐसे भी मिले, जिन्हें अंक मूल्यांकन के दौरान 75% से अधिक अंक प्राप्त हुए। जिसके बाद इन्हें स्टार परफॉर्मर घोषित किए गया हैं। जिनमे राजदर्पण तिवारी (मंडुवाडीह थाना), अमरजीत कुमार (मंडुवाडीह थाना), विकास कुमार मौर्य (रोहनिया थाना), मीनू सिंह (चेतगंज थाना), निहारिका साहू (कोतवाली थाना) और अंशू पांडेय (रामनगर थाना) का नाम शामिल है। जिन्हें अब सम्मानित किया जाएगा।
खुद कमिश्नर करेंगे काउंसलिंग
मामले पर जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि फेल दरोगाओं को सुधारने के लिए हर दिन 10-10 दरोगाओं की काउंसलिंग की जाएगी। यदि निर्धारित समय में उनके कार्य व्यवहार और दक्षता में सुधार नहीं होता है तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।