वाराणसी में 100% दारोगा जनता की सुनवाई में फेल,
पुलिस रिव्यू में 107 को एक नंबर भी नहीं मिला, टॉप करने वाली महिला इंस्पेक्टर से भी छिनी चौकी
2 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वाराणसी में पुलिसिंग व्यवस्था की असली तस्वीर सामने आ गई है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने जिले के 589 दरोगाओं का कामकाज जांचा। यह पहली बार हुआ जब यूपी में कमिश्नरेट लागू होने के बाद ऐसा रिव्यू किया गया। लेकिन नतीजे चौंकाने वाले रहे। सभी दरोगा जनता की शिकायतों पर ध्यान नहीं देते। सीएम विंडो यानी IGRS पर जो भी शिकायतें आईं, उनका कोई समाधान नहीं किया गया। सभी 589 दरोगाओं को इसमें जीरो नंबर मिले। जिले के 100 प्रतिशत दरोगा शिकायत निस्तारण में फेल पाए गए।
एक भी दारोगा नहीं ला सका 60% अंक
सबसे हैरानी की बात ये रही कि कोई भी दरोगा 60 प्रतिशत अंक नहीं ला पाया। स्टार परफॉर्मर कहे जाने वाले दरोगा भी फर्स्ट डिवीजन में पास नहीं हो सके। 107 दरोगाओं को तो एक भी नंबर नहीं मिला। यानी एक भी सवाल का सही जवाब नहीं दे पाए। 345 दरोगाओं के नंबर दस के अंक तक भी नहीं पहुंचे। रिपोर्ट ने साफ कर दिया कि जिले की पुलिसिंग व्यवस्था बेहद कमजोर है।
एफआईआर तक नहीं लिख सकते 50 से ज्यादा दरोगा
रिव्यू में यह भी पता चला कि 50 से अधिक दरोगा एफआईआर तक नहीं लिख सकते। 100 दरोगा की कार्यशैली, समय की पाबंदी और नियमों के पालन में भी बड़ी कमजोरी देखी गई। अनुशासन और व्यवहार में भी ये फेल रहे। कई दरोगाओं को एक, दो या पांच नंबर ही मिले। जिन 107 दरोगाओं को सभी सवालों में जीरो मिला, उन पर जल्द कार्रवाई हो सकती है। इनकी लिस्ट अलग से बनाई गई है और इन्हें पुलिस लाइन भेजा जाएगा। बता दें कि एक महीने तक इनका दोबारा रिव्यू होगा। 400 से ज्यादा दरोगा ऐसे मिले जिनका कोई गुडवर्क यानी अच्छा काम नहीं रहा। 300 से ज्यादा ने कोई गिरफ्तारी नहीं की। 350 ने एक भी लाउडस्पीकर नहीं हटवाया। 550 दरोगा ने त्वरित कार्रवाई में लापरवाही की। 200 से अधिक दरोगाओं ने एक भी विवेचना पूरी नहीं की।
राजदर्पण तिवारी टॉपर, श्यामा प्रसाद फेल
पुलिस कमिश्नर ने तीन महिला और तीन पुरुष दरोगा को स्टार परफॉर्मर घोषित किया। उन्हें सम्मानित भी किया गया। आपको बता दें कि मीनू सिंह को सबसे ज्यादा 34.5 अंक मिले थे। उन्हें स्टार परफॉर्मर के तौर पर भी चुना गया था। लेकिन अगले ही दिन महिला इंस्पेक्टर मीनू सिंह से पुलिस चौकी छीन ली गई। उन्हें कोतवाली में भेज दिया गया। वहीं सबसे ज्यादा अंक पाने वालों में मंडुवाडीह थाने के राजदर्पण तिवारी रहें। इनके साथ ही रोहनिया के विकास मौर्य और चेतगंज की मीनू सिंह भी स्टार परफॉर्मर में शामिल रहीं। वहीं अगर बात करें कि सबसे कम अंक की तो श्यामा प्रसाद को सबसे कम अंक 0.5 नंबर दिए गए।