दिल्ली ब्लास्ट के बाद यूपी के धार्मिक स्थलों पर बढ़ी सतर्कता,
पर विंध्यवासिनी धाम में सुरक्षा व्यवस्था अब भी लचर
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
दिल्ली में हुए बम धमाके के बाद उत्तर प्रदेश में बड़े धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे। शुरुआती जांच में सामने आया था कि आतंकियों के निशाने पर अयोध्या और काशी जैसे प्रमुख स्थल थे। इसी कारण मां विंध्यवासिनी धाम में भी सुरक्षा कड़ी करने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन जब लोकल 18 के रिपोर्टर ने मौके पर पहुंचकर हालात की जांच की, तो सुरक्षा के नाम पर केवल औपचारिकताएं ही नजर आईं। जहां सुरक्षा बढ़नी चाहिए थी, वहीं कई अहम व्यवस्थाओं का पूरी तरह अभाव दिखा।
धाम में सुरक्षा उपकरण और जांच व्यवस्था नदारद
विंध्यवासिनी धाम की कोतवाली वाली गली से मंदिर के गेट नंबर 3 के पास पहुंचते ही देखा गया कि गेट से करीब 50 मीटर पहले तक बाइकें खड़ी थीं। यह क्षेत्र सुरक्षा दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है, लेकिन वाहनों पर रोक का कोई प्रभाव नहीं दिखा। धाम में प्रवेश के दौरान न कहीं मेटल डिटेक्टर लगा दिखा और न ही किसी प्रकार की जांच होती नजर आई। झांकी तक पहुंचने पर भी कोई सुरक्षा कर्मी या चेकिंग व्यवस्था मौजूद नहीं थी।नई वीआईपी तरफ से आने वाले भक्तों की भी कोई जांच नहीं की जा रही थी, जिससे साफ लगता है कि सिर्फ कागजों पर ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी हुई थी।
पुलिस बल मौजूद, लेकिन व्यवस्था कमजोर
धाम में यूपी पुलिस, पीएसी और होमगार्ड की टीम नियमित तौर पर मौजूद रहती है, जो भक्तों की सुविधा के लिए तैनात होती है। मंदिर की सुरक्षा पुलिस के जिम्मे है, लेकिन दिल्ली धमाके के बाद दो दिनों तक जिस तरह सख्ती दिखाई गई थी, वह अब सिर्फ वाहनों को रोकने तक सीमित रह गई। कई जगहों पर लगाए गए बेरिकेड्स भी काम नहीं कर रहे हैं और वाहन मंदिर तक पहुंच रहे हैं। अंदर विशेष जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। यह स्थिति गंभीर सवाल खड़े करती है—यदि किसी बड़ी घटना की आशंका है, तो उसे रोकने की तैयारी आखिर कैसे होगी?