CM योगी ने देखा ब्रह्मोस मिसाइल का वर्चुअल अटैक,
लखनऊ से ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप हुई रवाना
7 days ago Written By: State Desk
लखनऊ शनिवार को देश की रक्षा इतिहास में दर्ज होने वाला दिन बन गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरोजनीनगर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट से ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप को रवाना किया। इसी के साथ लखनऊ ने भारत की आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन नीति में नया अध्याय जोड़ दिया। इस मौके पर दोनों नेताओं ने यूनिट परिसर में बूस्टर और वारहेड बिल्डिंग का उद्घाटन किया और सुकोई (SU-30) विमान के जरिए ब्रह्मोस मिसाइल के वर्चुअल हमले का लाइव प्रदर्शन भी देखा।
लखनऊ बना आत्मनिर्भर भारत की मिसाइल राजधानी
11 मई 2025 को उद्घाटन के बाद केवल पांच महीनों में लखनऊ की ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट पूरी तरह ऑपरेशनल हो गई है। यह देश की उन चुनिंदा यूनिट्स में से एक है, जहां मिसाइल इंटीग्रेशन, टेस्टिंग और क्वालिटी एग्जामिनेशन जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। पहली खेप की रवानगी के साथ यूनिट में एयरफ्रेम और एवियोनिक्स वारहेड बिल्डिंग में प्री डिस्पैच इंस्पेक्शन (PDI) और ब्रह्मोस सिम्युलेटर उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे रक्षा मंत्री और सीएम ने बारीकी से देखा।
यूपी बन रहा डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का हब
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ की ब्रह्मोस यूनिट यह साबित करती है कि उत्तर प्रदेश अब देश की रक्षा उत्पादन शक्ति का केंद्र बन रहा है। उन्होंने कहा कि आज लखनऊ न सिर्फ नवाबों का शहर है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत के रक्षा स्वाभिमान का प्रतीक भी बन चुका है। यहां तैयार होने वाली हर ब्रह्मोस मिसाइल राष्ट्र की सुरक्षा को नई ताकत देगी। योगी ने बताया कि राज्य सरकार ने कई डिफेंस कॉरिडोर परियोजनाओं को गति दी है। आने वाले वर्षों में यूपी हजारों युवाओं के लिए रक्षा क्षेत्र में रोजगार और तकनीकी विकास का केंद्र बनेगा।
राजनाथ सिंह बोले – भारत की सेना अब सीमाओं से परे कार्रवाई करने में सक्षम
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट भारत की स्वदेशी तकनीकी शक्ति का सशक्त प्रतीक है। उन्होंने पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि भारत की सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर में यह दिखा दिया कि आतंकवाद के लिए अब सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रही। हमारी शक्ति की गूंज रावलपिंडी तक सुनाई देती है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइलों की यह खेप भारत के रक्षा आत्मनिर्भरता अभियान (Atmanirbhar Bharat in Defence) की दिशा में मील का पत्थर है।
क्या है ब्रह्मोस मिसाइल की खासियत ?
ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है, जो Mach 3 (ध्वनि की गति से तीन गुना) की रफ्तार से वार करने में सक्षम है। यह जमीन, हवा, समुद्र और पनडुब्बी सभी प्लेटफॉर्म से लॉन्च की जा सकती है। इसका निर्माण भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड द्वारा किया जाता है।