वर्ल्ड कप जीतने के बाद घर में जश्न का माहौल, मां बोलीं- पहले बेटे की शादी करूंगी,
फिर दीप्ति के बारे में सोचूंगी
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
भारत को पहली बार विमेंस वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाने वाली ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने न सिर्फ देश का नाम रोशन किया, बल्कि अपने परिवार के सपनों को भी साकार कर दिया है। आगरा की रहने वाली दीप्ति के घर पर इन दिनों खुशियों की लहर है। मोहल्ले से लेकर पूरे शहर में जश्न का माहौल है। रिश्तेदारों, दोस्तों और वीआईपी मेहमानों का उनके घर आने का सिलसिला जारी है।
दीप्ति के घर में लगा बधाइयों का तांता
दीप्ति शर्मा के माता-पिता सुशीला शर्मा और श्रीभगवान शर्मा का पूरा दिन अब घर के ड्राइंग रूम में ही बीत रहा है। एक ओर मेहमानों का तांता लगा है, तो दूसरी ओर मीडिया और प्रशंसकों की भीड़ उमड़ रही है। सुशीला शर्मा मुस्कुराते हुए कहती हैं "दीप्ति बहुत अच्छा चिवड़ा बनाती है। जब वह घर पर होती है, तो कहती है मम्मा आप बैठो, मैं सब कर लूंगी। उसके हाथ के पराठे, दाल, रायता, सब्जी… सब मिस करते हैं।" जब उनसे दीप्ति की शादी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कराते हुए कहा "शादी के बहुत रिश्ते आ रहे हैं, लेकिन पहले उसके बड़े भाई की शादी कर लूं। अभी घर में बहू आई नहीं है, ऐसे में बेटी की शादी के बारे में कैसे सोचूं?"
अवधपुरी कॉलोनी में जश्न का माहौल
आगरा की अवधपुरी कॉलोनी अब देशभर में मशहूर हो चुकी है। कभी यह कॉलोनी अर्जुन अवार्डी दीप्ति शर्मा के नाम से जानी जाती थी, अब इसे वर्ल्ड कप विजेता की कॉलोनी कहा जा रहा है। टीम इंडिया की जीत के बाद यहां का नजारा किसी त्योहार से कम नहीं है। गलियां रोशनी से सजी हैं और बच्चे ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे हैं। दीप्ति के घर पहुंचने का सभी को बेसब्री से इंतजार है ताकि पूरी कॉलोनी मिलकर अपनी बेटी का भव्य स्वागत कर सके।
पिता की सीख—‘कभी घमंड मत करना’
दीप्ति के पिता श्रीभगवान शर्मा बताते है "वर्ल्ड कप जीतने के बाद जब बात हुई, तो मैंने उससे कहा बेटा, तुम कितनी भी बड़ी स्टार बन जाओ, कभी घमंड मत करना। जैसी पहले थी, वैसी ही रहना। लोगों को महसूस नहीं होना चाहिए कि ये बहुत बड़ी खिलाड़ी बन गई है।" उन्होंने आगे कहा "दीप्ति घर आती है, तो पड़ोस के लोगों को लगता ही नहीं कि यही वही लड़की है, जो भारत को वर्ल्ड कप जिताकर आई है। हमने उसे सिखाया है कि हमेशा विनम्र और आदर से पेश आना।"
भाई ने कहा—‘दीप्ति ने मेरा सपना पूरा किया’
दीप्ति के बड़े भाई सुमित शर्मा, जो खुद एक क्रिकेटर और कोच हैं, गर्व से कहते हैं—"मैं अंडर-16, अंडर-19 और सीके नायडू टूर्नामेंट तक खेला, लेकिन आगे नहीं जा सका। तब मैंने ठान लिया कि जो सपना मैं पूरा नहीं कर पाया, वो दीप्ति पूरा करेगी।" उन्होंने बताया "दीप्ति जब छोटी थी, तो मेरे साथ स्टेडियम जाती थी। पहले तो उसे खेलने नहीं दिया जाता था, लेकिन वो किनारे बैठकर घंटों नेट प्रैक्टिस देखती रहती थी। वहीं से उसके अंदर क्रिकेट का जुनून पैदा हुआ।"
घर-घर में दीप्ति की चर्चा, देशभर से बधाई
दीप्ति शर्मा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर न सिर्फ आगरा बल्कि पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है। हर कोई इस बेटी पर गर्व कर रहा है जिसने भारत को वर्ल्ड कप दिलाया। दीप्ति के परिवार के लिए यह सिर्फ जीत नहीं, बल्कि वर्षों की मेहनत, संघर्ष और समर्पण का परिणाम है।