क्या कोरोना फिर लौट रहा है?
मुंबई में कोविड पॉजिटिव 2 मरीजों की मौत, JN1 वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, जानें चीन का हाल
1 months ago
Written By: NEWS DESK
Mumbai COVID Deaths: मुंबई के KEM अस्पताल में दो कोविड पॉजिटिव मरीजों की मौत हो गई है। हालांकि डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि मौत का कारण कोरोना संक्रमण नहीं, बल्कि मरीजों को पहले से भी पुरानी गंभीर बीमारियाँ थीं। बावजूद इसके, घटना के बाद हर ओर दहशत का माहौल बना हुआ है। यहां ओमिक्रोन के नए वेरिएंट JN1 और उसके Sub-variants, LF7 व NB1.8 के मद्देनजर संबंधित विभाग द्वारा सावधानी बरतने के प्रति निर्देशित किया गया हैं। वहीं, फिलहाल भारत में सामने आए कोरोना के 257 सक्रिय मामलों की संख्या ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। वहीं, एशियाई देशों में लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है।
एशियाई देशों में बढ़ते संक्रमण से चिंता
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां एशिया के कई देशों में कोरोना का प्रकोप फिर से दीखाई देने लगा हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग, चीन और थाईलैंड में संक्रमण के मामलों में लगातार तेजी देखी जा रही है। वहीं, सिंगापुर में 1 से 19 मई के बीच 3,000 नए मामले सामने आए हैं, जो अप्रैल के आखिरी सप्ताह तक 11,100 थे। सामने आया यह आंकड़ा मामलों में 28% की बढ़ोतरी दर्शाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हॉन्गकॉन्ग में जनवरी से अब तक 257 केस सामने आए हैं, जिनमें से 30 मरीजों की मौत हो चुकी है। चीन और थाईलैंड ने भी संक्रमण को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है, हालांकि वहां संक्रमितों की कुल संख्या साझा नहीं की गई है।
भारत में हालात नियंत्रण में, लेकिन सावधानी ज़रूरी
बात अगर भारत में कोरोना केसों के बढ़ते आंकड़ों की करें, तो भारत में अब तक कोविड के 257 सक्रिय केस सामने आए हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी तरह की लहर की संभावना फिलहाल नहीं दिखाई दे रही है। मुंबई में कुछ हल्के लक्षणों वाले मामले जरूर मिले हैं, लेकिन किसी में गंभीरता नहीं देखी गई है। फिर भी, सरकार और विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने, मास्क पहनने और समय पर वैक्सीनेशन करवाने की सलाह दी है।
JN1 वेरिएंट है संक्रमण का नया कारण
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओमिक्रोन का नया JN1 वेरिएंट और उसके सब-वेरिएंट्स LF7 व NB1.8 को इस बार वायरस के बढ़ते हुए के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, JN1, ओमिक्रोन के BA2.86 स्ट्रेन से विकसित हुआ है और इसे दिसंबर 2023 में WHO ने 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' घोषित किया था। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, अब तक इस वेरिएंट के गंभीर होने के प्रमाण नहीं मिले हैं। कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए यह ज़रूर थोड़ी चिंता का विषय हो सकता है।
लॉन्ग कोविड का खतरा बरकरार
बताते चलें कि JN1 वेरिएंट से संक्रमित लोगों में कई बार लक्षण ठीक होने के बाद भी हफ्तों तक बने रहते हैं। इसे आसान भाषा में लॉन्ग कोविड कहा जाता है, जिसमें थकान, सांस की कमी, कमजोरी जैसे लक्षण लंबे समय तक शरीर को प्रभावित करते हैं। ऐसे मामलों में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
नई वैक्सीन JN1 के खिलाफ कितनी कारगर?
वहीं, बात अगर नई वैक्सीन की करें तो विशेषज्ञों का कहना है कि पहले की वैक्सीन्स या संक्रमण से बनी एंटीबॉडीज JN1 पर कम असरदार हैं। हालांकि, WHO द्वारा अनुमोदित XBB1.5 मोनोवैलेंट बूस्टर वैक्सीन को इस वेरिएंट के खिलाफ असरदार माना गया है। यह वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडीज को बढ़ाकर JN1 से होने वाली बीमारी को 19% से 49% तक रोकने में सक्षम है।
ये भी पढ़ें-राफेल वाले बयान पर केस किया तो जान से मारने की धमकी, कांग्रेस नेता अजय राय के 2 समर्थकों पर FIR