ग्रेटर नोएडा निक्की हत्याकांड में नया मोड़, सास दयावती गिरफ्तार…
बेटे से मिलने जा रही थी अस्पताल
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: ग्रेटर नोएडा के चर्चित निक्की हत्याकांड में बड़ा मोड़ सामने आया है। कासना पुलिस ने मृतका निक्की की सास दयावती को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे उस समय पकड़ा जब वह अपने बेटे से मिलने के लिए जिम्स अस्पताल जा रही थी। निक्की के पति पहले से ही जेल में बंद है। पुलिस का कहना है कि दयावती की भूमिका हत्या की साजिश रचने और सबूत छिपाने में सामने आई है। अब पुलिस मां-बेटे को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है, ताकि घटनाक्रम की पूरी कड़ियां जोड़ी जा सकें।
साजिश में शामिल होने का आरोप
पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि दयावती को बेटे की करतूत के बारे में पहले से जानकारी थी। आरोप है कि उसने न केवल घटना को छिपाने में मदद की, बल्कि जांच को गुमराह करने की भी कोशिश की। यही वजह है कि उसके खिलाफ हत्या की साजिश और सबूत मिटाने की धाराओं में कार्रवाई की गई है।
मानसिक प्रताड़ना का भी आरोप
निक्की के मायके पक्ष ने आरोप लगाया है कि उसे लंबे समय से ससुराल में मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही थी। घरेलू विवादों में अक्सर सास दयावती का रवैया कठोर रहता था और वह निक्की को ताने देती थी। रिश्तेदारों और पड़ोसियों के बयानों से भी यह बात सामने आई है कि सास-बहू के रिश्ते काफी तनावपूर्ण थे। जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कहीं लगातार दबाव और प्रताड़ना ही हत्या की वजह तो नहीं बनी।
बेटे को बचाने की कोशिश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या के बाद दयावती ने कई बार बेटे से संपर्क किया और उसे बचाने की कोशिश की। अस्पताल और थाने के बीच उसकी सक्रियता ने पुलिस का ध्यान खींचा। यही कारण है कि उसे अपराध के बाद की गतिविधियों (पोस्ट-क्राइम एक्टिविटी) में शामिल मानते हुए हिरासत में लिया गया।
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इलाके में सनसनी और आगे की जांच
इस सनसनीखेज वारदात ने पूरे ग्रेटर नोएडा को हिला दिया है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि आखिर एक मां ने बेटे के साथ मिलकर ऐसा कदम क्यों उठाया। क्या यह सिर्फ बेटे को बचाने की कोशिश थी या फिर शुरुआत से ही वह गहरी साजिश का हिस्सा थी। फिलहाल पुलिस दयावती से पूछताछ कर रही है और डिजिटल सबूत, कॉल डिटेल्स और गवाहों के बयानों को खंगाला जा रहा है। आने वाले दिनों में साफ होगा कि दयावती को सहयोगी की भूमिका में दोषी माना जाएगा या मुख्य आरोपी के रूप में गिना जाएगा।